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बांग्लादेश की शेरनी शेख हसीना की दहाड़ से कांपे यूनुस, लेफ्टिनेंट गिड़गिड़ाया मोदी जी इन्हें रोकिए…

बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की दहाड़ से यूनुस सरकार बुरी तरह परेशान है. जो पड़ोसी मुल्क अभी तक भारत को आंखें दिखा रहा था वह अब भारत से मिन्नतें कर रहा है कि हसीना को बोलने से रोकिए.

PM Modi, Muhammad Yunus & Touhid Hossain
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  • Last Updated: February 19, 2025 07:47:46 IST

नई दिल्ली. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की दहाड़ से पड़ोसी मुल्क को कंपकपी छूटने लगी है. जिस भारत की बदौलत बांग्लादेश का जन्म हुआ वो देश अभी तक भारत को आंखें दिखा रहा था और अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था. जैसे ही शेख हसीना ने दिल्ली से दहाड़ा वैसे ही बांग्लादेश परेशान हो गया है और अब भारत से मिन्नतें कर रहा है कि यदि प्रत्यर्पण नहीं कर सकते तो हसीना को बोलने से रोकिए.

अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने द हिूंद को दिये इंटरव्यू में भारत से गुहार लगाई है कि अगर शेख हसीना को ढाका प्रत्यर्पित नहीं कर सकते तो उन पर कुछ प्रतिबंध ही लगा दीजिए। हुसैन ने बांग्लादेश की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा करने से हसीना को भड़काऊ व झूठे बयान देने से रोका जा सकेगा और देश में स्थिति काबू करने में मदद मिलेगी.

तौहीद ने भारत से संबंधों की दुहाई दी

तौहीद ने कहा है कि हसीना के लंबे कार्यकाल के दौरान किए गए कामों से अभी भी लोग नाराज हैं. पंद्रह साल तक वह सत्ता में रहीं और उनके कार्यों व मनमानी से लोगों में गुस्सा है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि भारत सरकार कम से कम उन पर कुछ प्रतिबंध लगाएगी.

इससे बांग्लादेश में स्थिति संभालने में मदद मिलेगी. तौहीद ने भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों के ऐतिहासिक संदर्भों को याद करते हुए कहा कि हम सिर्फ पिछले पंद्रह सालों को ही क्यों देखें. यहां तक ​​कि बीएनपी सरकार के कार्यकाल (2001-2006) में भी दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि हुई थी. गंगा जल समझौता राष्ट्रों के बीच मजबूत सहयोग का सबसे बड़ा उदाहरण है.

यूनुस मिल सकते हैं पीएम मोदी से

तौहीद ने इंटरव्यू में कहा है कि भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी संबंधों पर किसी भी देश के मुखिया से फर्क नहीं पड़ना चाहिए. यह दो देशों के बीच का संबंध है. उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल में  होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच बैठक हो सकती है. दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे. इससे पहले तौहीद ने मस्कट में एक सम्मेलन के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक में दक्षेस को पुनर्जीवित करने की गुहार लगाई थी.

शेख हसीना ने दहाड़ा बदला लूंगी

आपको बता दें कि हाल के दिनों में बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिल्ली से कुछ बयान जारी किये हैं. अभी चंद रोज पहले उन्होंने शहीद पुलिसकर्मियों की विधवाओं और बच्चों से वर्चुअली बात की थी और यूनुस को टेररिस्ट बताया था. उन्होंने अल्टीमेटम भी दिया था कि वह फिर से बांग्लादेश आएंगी और बदला लेंगी. जैसे जैसे समय बीत रहा है शेख हसीना की वापसी की संभावनाएं बढ़ रही है. अमेरिका में ट्रंप की वापसी और पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान बांग्लादेश का जिक्र आने पर यह कहना कि पीएम मोदी देखेंगे, बांग्लादेश को परेशान कर रहा है. देश की आर्थिक स्थिति खराब है और चीन व पाकिस्तान बांग्लादेश से मुंह मोड़ रहे हैं. ऐसे में बांग्लादेश को भारत से अच्छे संबंधों की याद आने लगी है.

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