नई दिल्ली। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों को लेकर भारत में बवाल मच गया है। उनके साथ जिस तरह का सुलूक करते हुए अमेरिका ने वापस भेजा है, उसे लेकर विपक्षी दलों ने भारत सरकार को घेर लिया है। 5 फरवरी को अमृतसर के श्री गुरु रामदासजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिका के C-17 ग्लोबमास्टर प्लेन से 104 अवैध भारतीय अप्रवासी इंडिया पहुंचे। इनको जंजीर से बांधकर रखा गया था। इसी बीच वापस लौटे सुखपाल सिंह ने अमेरिका का घिनौना चेहरा सबके सामने रख दिया है।
12 दिन तक ऐसे ही रहे
होशियारपुर के दारापुर गांव के रहने वाले सुखपाल सिंह ने बताया कि अमेरिका में गिरफ्तारी के बाद उन्हें एक शिविर में रख दिया गया था। वहां पर उन्हें खाने में गोमांस और स्नैक्स मिलता था। धर्म की वजह से वो लोग बीफ नहीं खा सकते थे तो ऐसे में 12 दिन तक स्नेक्स खाकर ही गुजारा किया। शिविर में उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया। भारत आने के बाद इन लोगों ने पेटभरकर भोजन किया है। इससे पहले नर्क की जिंदगी जी रहे थे।
क्यों निकाले गए भारतीय?
20 जनवरी 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रंप ने साफ किया था कि वो अवैध प्रवासियों को यहां से निकाल रहे हैं। बकौल ट्रंप ये लोग बहुत बुरे और खूंखार अपराधी है। ये सब हत्यारे हैं और इतने खतरनाक है, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए सबसे पहले इनको निकालना जरूरी है। ट्रंप ने ‘लैकेन रिले एक्ट’ साइन किया, जिसके बाद अमेरिकी अधिकारियों को अवैध अप्रवासियों को निकालने का अधिकार मिला। 15 लाख लोगों की लिस्ट तैयार हुई, जिसमें 20,407 भारतीय भी शामिल हैं।
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