Iran Regime Change : ईरान पर इजरायली सैन्य हमले को लेकर 1979 की इस्लामी क्रांति में सत्ता गंवाने वाले ईरान के पूर्व शाह मोहम्मद रजा पहलवी के बेटे और पूर्व क्राउन प्रिंस रजा पहलवी ने बड़ा बयान दिया है। बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, सरकार बदलने का यह सुनहरा मौका है। ईरान की मौजूदा सरकार आज अपनी सबसे कमजोर स्थिति में है। हम उनसे सत्ता छीन सकते हैं।
रेजा पहलवी का यह बयान ऐसे समय आया है जब इजरायल के हवाई हमलों में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मौत हो चुकी है. ईरान के भीतर असंतोष बढ़ रहा है और प्रदर्शन की संभावनाएं फिर से उभर रही हैं.
पहलवी ने कहा कि ईरान के लोग फिर से जोश से भर गए हैं। उन्होंने दावा किया कि ईरान के अंदर जो लोग खामेनेई की सरकार का विरोध करते हैं, वे इजरायली हमलों के बाद अपनी ऊर्जा वापस पा चुके हैं। उनका मानना है कि ईरान के आम लोग अब बदलाव के लिए फिर से एकजुट हो सकते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे सिर्फ़ प्रतिबंध लगाने तक ही सीमित न रहें, बल्कि स्वतंत्रता और लोकतंत्र की लड़ाई में ईरानी लोगों का सीधे तौर पर समर्थन करें।
जानकारी के लिए बता दें कि रेजा पहलवी अमेरिका में रह रहे हैं। पिछले कुछ सालों में उन्होंने ईरानी तानाशाही को एकजुट करने और अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने के लिए कई प्रयास किए हैं। उन्होंने इज़राइल का दौरा भी किया, जिसे ईरान के लिए एक नकारात्मक संदेश के रूप में देखा गया। उनकी यात्रा को इस बात का प्रतीक माना गया कि अगर ईरान में सत्ता परिवर्तन होता है तो नई सरकार पश्चिम और इज़राइल के प्रति कैसा व्यवहार कर सकती है।
रेजा पहलवी के बयान के बाद तेहरान में खलबली मच गई है। विश्लेषकों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप बढ़ा तो ईरान में अस्थिरता और गृहयुद्ध जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। हालांकि, इस बार हालात पहले से अलग हैं। लोगों में जागरूकता, इंटरनेट के ज़रिए कनेक्टिविटी और वैश्विक समर्थन की संभावनाएं पहले से कहीं ज़्यादा हैं।
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