Israel Iran War: गुरुवार सुबह दक्षिणी इज़राइल के एक मुख्य अस्पताल पर ईरानी मिसाइल से हमला हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। अस्पताल की इमारत को भी भारी नुकसान हुआ। मिसाइल हमले के कारण क्षतिग्रस्त खिड़कियों और क्षेत्र से उठते घने काले धुएं के फुटेज इज़राइली मीडिया की तरफ से प्रसारित कि गई हैं।
ईरान ने तेल अवीव और मध्य इज़राइल में अन्य जगहों पर एक ऊंची अपार्टमेंट इमारत पर भी हमला किया। इजराइल की मैगन डेविड एडोम बचाव सेवा के अनुसार, हमलों में कम से कम 40 लोग घायल हुए हैं।
ईरानी मिसाइल ने दक्षिणी इजराइल के मुख्य अस्पताल ‘सोरोका मेडिकल सेंटर’ को निशाना बनाया। अस्पताल की वेबसाइट के अनुसार, अस्पताल में 1,000 से अधिक बिस्तर हैं और यह दक्षिणी इजराइल के लगभग 10 लाख निवासियों को सेवाएं प्रदान करता है। बयान में कहा गया है कि चिकित्सा केंद्र के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और मामूली चोटों वाले कई लोगों का आपातकालीन कक्ष में इलाज किया जा रहा है।
अस्पताल को नए मरीजों के लिए बंद कर दिया गया है और केवल उन्हीं मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जो किसी जानलेवा समस्या से पीड़ित हैं। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि हमले में कितने लोग घायल हुए हैं। इजराइल के कई अस्पतालों ने पिछले सप्ताह आपातकालीन योजनाओं को सक्रिय किया और मरीजों को अस्पतालों की भूमिगत पार्किंग में स्थानांतरित कर दिया।
The Iranian regime targeted Soroka Hospital in Beersheba with a ballistic missile—hitting a major medical center.
We will not stand by. We will continue doing what must be done to defend our people. pic.twitter.com/4ldeTQhATW
— Israel ישראל (@Israel) June 19, 2025
वहीं दोनों देशों के बीच जंग और भी ज्यादा भीषण होती जा रही है। इजराइल ने ईरान के अराक हेवी वाटर रिएक्टर पर हमला किया। ईरान के विशाल परमाणु कार्यक्रम पर यह हमला संघर्ष के सातवें दिन हुआ। संघर्ष की शुरुआत सात दिन पहले इजराइल द्वारा ईरानी सैन्य स्थलों, वरिष्ठ अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर किए गए आश्चर्यजनक हमलों से हुई थी।
ईरान ने इजराइल पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे लेकिन उनमें से अधिकांश को इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली द्वारा मार गिराया गया।
ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने बृहस्पतिवार को बताया कि इजरायल ने ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर पर हमला किया है। चैनल ने बताया कि हमले के बाद किसी भी तरह के विकिरण का खतरा नहीं है और हमले से पहले ही केंद्र को खाली करा लिया गया था तथा रिएक्टर के आस-पास स्थित असैन्य इलाकों में कोई नुकसान नहीं हुआ है।