Iran Israeli War : ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को करारा जवाब दिया था। लेकिन उसके बाद ही इजरायली वायुसेना ने तेहरान के लाविजान इलाके में हवाई हमले किए। आपको बता दें कि लाविजान को खामेनेई का गुप्त ठिकाना माना जाता है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना ने तेहरान के नोबोन्याद स्क्वायर को निशाना बनाया, जहां ईरानी रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय और कई फैक्ट्रियां स्थित हैं।
इन हमलों को लेकर इजरायली सेना ने जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि वह तेहरान में सैन्य ठिकानों पर हमला कर रही थी उसी दौरान लवीजान इलाके में बमबारी हुई। वहीं इजराइल के अनुसार IDF ने ईरानी आंतरिक सुरक्षा एजेंसी मुख्यालय को नष्ट कर दिया।
खामेनेई के ठिकानों पर इजरायली डिफेंस फोर्स का यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब कुछ ही देर पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देते हुए कहा था कि ईरान आत्मसमर्पण नहीं करेगा। ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर अमेरिकी सेना इजरायली हमलों में शामिल होती है तो हम उन्हें इतना नुकसान पहुंचाएंगे कि वो कल्पना भी नहीं कर सकते।
बता दें कि इजरायली सेना ने कहा कि सार्वजनिक सुरक्षा दिशा-निर्देशों में स्कूल बंद करने और अन्य प्रतिबंधों को अनिवार्य किया गया है। इजरायली सेना ने कहा कि ये बदलाव 20 जून को रात 8 बजे तक प्रभावी रहेंगे।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने और दूसरे विकल्पों में इजरायल का समर्थन करने पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप ने ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी थी और कहा था, “अमेरिका जानता है कि ईरान का सर्वोच्च नेता कहां छिपा है।
हम अभी उस पर हमला नहीं करेंगे, लेकिन हमारा धैर्य धीरे-धीरे खत्म हो रहा है।” ट्रंप की चेतावनी के बाद खामेनेई ने कहा कि ईरान आत्मसमर्पण नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ईरान थोपी गई शांति या युद्ध को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी दोहराया कि ईरान की सेना पूरी तरह तैयार है और उन्हें सरकार और जनता दोनों का समर्थन प्राप्त है।