Iran Warn US: इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका की एंट्री ने दुनिया का ध्यान मध्य पूर्व की ओर खींचा है। अमेरिका द्वारा रविवार (22 जून, 2025) सुबह ईरान के तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाए जाने के बाद ईरान के विदेश मंत्री ने अमेरिका को चेतावनी दी है।
जब ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची से पूछा गया कि क्या ईरान उस क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करने या होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने पर विचार कर रहा है। जवाब में उन्होंने दो टूक कहा कि ईरान के पास कई विकल्प उपलब्ध हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि अब ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से हमें पश्चिमी देशों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करना चाहिए।
ईरान के विदेश मंत्री ने कहा, “पहले हमारे जवाब का इंतजार करें। एक बार हमले खत्म हो जाने के बाद हम कूटनीति के जरिए बातचीत करने का फैसला करेंगे।’ उन्होंने कहा, “हमारे परमाणु स्थलों पर हमलों के परिणामों के लिए अमेरिका पूरी तरह जिम्मेदार है। ऐसी कोई लक्ष्मण रेखा नहीं बची है जिसे अमेरिका ने पार न किया हो।’
ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि वह रविवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को जाएंगे। उन्होंने कहा, “रूस ईरान का मित्र है। हम सोमवार (23 जून, 2025) को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलेंगे।”
उन्होंने कहा, “बेशक कूटनीति के दरवाजे हमेशा खुले रहने चाहिए, लेकिन अभी ऐसा नहीं है। मेरे देश पर हमला हुआ है, हमने हमलों का सामना किया है। हमें अब आत्मरक्षा के अपने अधिकार के अनुसार जवाब देना होगा।”
वहीँ, रूस की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने अपने टेलीग्राम चैनल पर लिखा, “शांति निर्माता राष्ट्रपति बनकर आए ट्रंप ने अमेरिका के लिए एक नई जंग शुरू कर दी है।”