Israel vs Iran Comparison : शुक्रवार को तड़के इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर मिसाइल हमले कर दिए, जिसे ऑपरेशन राइजिंग लॉयन कहा गया। इस घटना के बाद मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर से बढ़ गया है। इजरायली हमले में ईरान के कई बड़े लोगों के मान जाने की खबर है। इसके बाद ईरान की तरफ से इजरायल से बदला लेने की धमकी दी गई है। पिछले कुछ समय से ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजरायल हमला कर सकता है। इसके बाद भी तेहरान इन हमलों को रोकने में विफल रहा।
वहीं नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन को जारी रखने की बात कही है, जिसके बाद एक्सपर्ट का कहना है कि मीडिल ईस्ट में बड़े स्तर पर जंग छिड़ सकती है। चलिए समझते हैं दोनों देशों में से किसकी सेना ज्यादा मजबूत है और कौन डिफेंस पर ज्यादा खर्च करता है?
इजराइल दुनिया के उन चंद देशों में से एक है जिसके पास आधुनिक हथियारों से लेकर आयरन डोम जैसी मजबूत रक्षा प्रणाली तक सब कुछ है। ईरान के पास भी विशाल सैन्य शक्ति है। लेकिन जब रक्षा पर खर्च की बात आती है तो इजराइल ईरान से कहीं आगे है। ईरान का कुल रक्षा बजट जहां 9.95 बिलियन डॉलर है, वहीं इजराइल का रक्षा बजट 24.4 बिलियन डॉलर है। यानी इजराइल ईरान के मुकाबले रक्षा बजट पर 2.5 गुना से भी ज्यादा खर्च करता है।
कुछ लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि ईरान के रक्षा बजट से तीन गुना ज़्यादा पैसा इज़राइल अकेले आयरन डोम पर खर्च करता है। आयरन डोम एक ऐसा सिस्टम है जो हवा में मिसाइलों को मार गिराता है। वर्ल्ड ऑफ़ स्टैटिस्टिक्स द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, ईरान का रक्षा बजट 9.95 बिलियन डॉलर (करीब 83,000 करोड़ रुपए) है। वहीं, इज़राइल के रक्षा आयरन डोम की कीमत करीब 3 लाख करोड़ रुपए है। यानी इज़राइल का रक्षा बजट ईरान के रक्षा बजट से तीन गुना ज़्यादा है।
दोनों देशों की GDP की बात करें तो इसमें इजरायल ईरान से आगे है। वर्ल्ड बैंक की माने तो Iran GDP 413.5 अरब डॉलर है, जबकि इजरायल की अर्थव्यवस्था (Israel GDP) 525 अरब डॉलर से ज्यादा है।
दोनों देशों की सैन्य ताकत की बात करें तो इजरायल के पास कुल 170,000 सक्रिय सैनिक हैं, जिनमें 465,000 रिजर्व और 35,000 अर्धसैनिक बल शामिल हैं। वहीं, ईरान की सैन्य मौजूदगी बहुत बड़ी है, जिसमें 610,000 सक्रिय सैनिक, 350000 रिजर्व और 220,000 अर्धसैनिक बल शामिल हैं।
इसके अलावा इजरायल 612 विमानों का संचालन करता है, जिसमें 241 लड़ाकू विमान और 146 हेलीकॉप्टर शामिल हैं। जबकि 48 को अटैक हेलीकॉप्टर की श्रेणी में रखा गया है। ईरान के पास कुल 551 विमान हैं, जिनमें 186 लड़ाकू विमान और 129 हेलीकॉप्टर शामिल हैं, जिनमें से 13 को अटैक हेलीकॉप्टर के तौर पर रखा गया है।
वहीं, इजरायल के पास 1,370 टैंक और 43,407 बख्तरबंद वाहन हैं। इसके अलावा 650 ऑटोमेटिक आर्टिलरी यूनिट और 150 रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम हैं। हालांकि, टैंकों की संख्या के मामले में ईरान इजरायल से आगे है, जिसके पास 1,996 टैंक और 65,765 बख्तरबंद वाहनों का एक बड़ा बेड़ा है।
इजरायल की नौसैनिक क्षमताएं सीमित हैं, जिसमें शून्य फ्रिगेट और पांच पनडुब्बियां, सात कोरवेट और 45 गश्ती जहाज हैं। इसकी तुलना में, ईरान के पास सात फ्रिगेट और तीन पनडुब्बियां, 19 गश्ती जहाज और एक माइन वारफेयर जहाज है, जो इस क्षेत्र में इसकी मजबूत नौसैनिक उपस्थिति को दर्शाता है।
Trump की धमकी के बाद और खूंखार हुए नेतन्याहू, ईरान के परमाणु ठिकानों पर फिर बरसे इजरायली बम