Israel-Iran War:इजरायल ने ईरान पर बड़ा हमला किया है। इजरायल ने शुक्रवार को ईरान की राजधानी तेहरान को निशाना बनाया। इजरायल ने तेहरान पर बम बरसाए जिसके बाद पूरे देश में हंगामा मच गया। ईजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया है। यह हमला उस समय हुआ है जब यह खबर सामने आ रही थी कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस अटैक में दावा किया गया है कि ईरान के सेना प्रमुख समेत कई न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत हो गई है।
वहीं इस बड़े हमले को लेकर इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने दावा किया है कि इजरायल ने ‘टारगेटिड’ ऑपरेश लॉन्च किया है। उन्होने कहा कि ईरान के परमाणु बनाने वाले वैज्ञानिकों को निशाना बनाया गया है। वहीं इस हमले में ईरान को भारी नुकसान का दावा किया है। इजरायल ने कहा है कि परमाणु और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया गया। लेकिन हमले के बाद इजरायन ने अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है।
इजरायल द्वारा यह हमला उस समय किया गया जब ईरान के तेजी से आगे बढ़ रहे परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे कई से रिपोर्ट सामने आ रहे थे जिसमे खुलासा किया गया था कि तेहरान तेजी से अपने परमाणु कार्यक्रम को पूरा करने जा रहा है। जिसके बाद इजरायल के तरफ से एक बड़ा हमला किया गया है। क्योकि दावा किया गया है कि इजरायल ने हमले में इरान के परमाणु ठिकानों के बूरी तरह तबाह कर दिया है। सुबह तेहरान में विस्फोटों के बाद आवाजें सुनाई देने लगी वहीं हर तरफ धुआं ही धुआं था। हालाकि, ईरान ने पहले ही कहा था कि अगर इजरायल तेहरान पर हमला करते है तो ईरान उसका करारा जवाब देगा।
इस हमले के बाद रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने साफ तौर पर उम्मीद जताई है कि ईरान अब जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसके चलते उन्होंने कहा कि ईरान के खिलाफ इजराइल के हमले को देखते हुए इजराइल को उम्मीद है कि देश में मिसाइलों और ड्रोन से तत्काल हमले हो सकते हैं। बयान में कहा गया है कि कैट्ज ने इजराइल में आपातकाल घोषित करने वाले विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
ईरान को कहां नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी अभी पूरी तरह से नहीं मिल पाई है। कितने परमाणु ठिकाने नष्ट हुए हैं। हालांकि, पश्चिमी तेहरान के एक मोहल्ले चिटगर से धुआं उठता देखा जा सकता है। लेकिन जानकारी के मुताबिक, इस हमले के बाद एराम में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, इजराइल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की। हम ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं और हमारा ध्यान क्षेत्र में अमेरिकी सेना की रक्षा करना है। इजराइल ने हमें सलाह दी कि उनका मानना है कि यह कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा के लिए जरूरी थी। उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रपति ट्रंप और प्रशासन ने हमारी सेनाओं की सुरक्षा और हमारे क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ संपर्क में रहने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। मैं फिर से स्पष्ट कर दूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इजरायल ने ईरान पर एकतरफा हमला किया है।
अमेरिका लगातार ईरान के साथ परमाणु वार्ता कर रहा है। इस बीच, शुक्रवार को इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया है। इसी समय, अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु वार्ता का छठा दौर तय था। यह वार्ता ओमान के मस्कट में होनी है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी लगातार दोहरा रहे हैं कि तेहरान को परमाणु हथियार रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही ट्रंप ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी कर्मियों को मध्य पूर्व से बाहर निकाला जा रहा है क्योंकि यह एक खतरनाक जगह हो सकती है।
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