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ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की हत्या करने वाला था इजरायल! ट्रंप की वजह से बची जान, खुलासे ने पूरी दुनिया के उड़ाए होश

Israel-Iran War: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच अमेरिका की तरफ से एक बड़ा खुलासा हुआ है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में इजरायल की उस योजना को खारिज कर दिया है जिसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने की […]

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  • Last Updated: June 15, 2025 22:54:18 IST

Israel-Iran War: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच अमेरिका की तरफ से एक बड़ा खुलासा हुआ है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में इजरायल की उस योजना को खारिज कर दिया है जिसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने की तैयारी की जा रही थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि इजरायल ने अमेरिका के सामने खामेनेई को निशाना बनाने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन ट्रंप ने इस विचार को खारिज करते हुए कहा कि क्या ईरानियों ने अब तक किसी अमेरिकी की हत्या की है? नहीं। जब तक वे ऐसा नहीं करते, हम उनके राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने की बात भी नहीं करेंगे।

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इजरायल ने किया अमेरिकी अधिकारियों के दावों को खारिज

हालांकि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी अधिकारियों के इस दावे को खारिज कर दिया है। ट्रंप के बयान के बारे में अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया। यह बयान ऐसे समय आया है, जब ईरान और इजरायल के बीच टकराव चरम पर है और दोनों देशों ने हाल ही में एक-दूसरे पर मिसाइल हमले किए हैं। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि अगर ट्रंप उस समय इजरायल की योजना को मंजूरी दे देते तो पश्चिम एशिया में हालात बेकाबू हो सकते थे और एक बड़ा युद्ध शुरू हो सकता था। अयातुल्ला खामेनेई ईरान की राजनीति और सैन्य फैसलों के सर्वोच्च केंद्र हैं और उन पर हमला देश की पहचान पर सीधा प्रहार माना जाता।

गौरतलब है कि जनवरी 2020 में अमेरिका ने एक बड़े ऑपरेशन में बगदाद में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया था। उसके बाद से अमेरिका ने ऐसे किसी भी हाई-प्रोफाइल लक्ष्य से बचने की नीति अपनाई थी। अब जब ईरान और इजरायल एक बार फिर सीधे टकराव की ओर बढ़ रहे हैं तो ट्रंप का फैसला और बयान वैश्विक कूटनीति में चर्चा का विषय बन गया है।

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