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कौन है वो डिप्लोमैट जिसके वजह से हो सकती है विश्व युद्ध की शुरुआत! एक खुलासा और तबाह हो गए लाखों मुसलमान

Israel Iran war: ईरान और इजरायल के बीच जंग जारी है। पिछले आठ दिनों से ईरान और इजरायल के बीच युद्ध चल रहा है। इजरायल का तर्क साफ था कि ईरान परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच चुका है और उसने उस खतरे को रोकने के लिए हमला किया। इस दावे का आधार अंतरराष्ट्रीय […]

Who is IAEA director general rafael grossi
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  • Last Updated: June 20, 2025 14:55:59 IST

Israel Iran war: ईरान और इजरायल के बीच जंग जारी है। पिछले आठ दिनों से ईरान और इजरायल के बीच युद्ध चल रहा है। इजरायल का तर्क साफ था कि ईरान परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच चुका है और उसने उस खतरे को रोकने के लिए हमला किया। इस दावे का आधार अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की पुरानी रिपोर्टें थीं, जिनमें ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चिंता जताई गई थी। लेकिन अब वही संस्था और उसके प्रमुख राफेल ग्रॉसी, जिनकी रिपोर्ट को इजरायल ने हमले का आधार बनाया था, अब उस दावे से पीछे हटते नजर आ रहे हैं।सीएनएन को दिए इंटरव्यू में ग्रॉसी ने साफ कहा कि आईएईए को ईरान के खिलाफ ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे पता चले कि वह परमाणु हथियार बना रहा है। यानी नेतन्याहू ने युद्ध शुरू करने के लिए जिस खतरे का इस्तेमाल किया था, वह अब कागजों पर मौजूद नहीं है। और यह बयान पूरे युद्ध की दिशा में गेम चेंजर साबित हुआ है। आइए इस मौके पर ग्रॉसी के बारे में कुछ और अहम बातें जानते हैं।

राफेल ग्रॉसी कौन हैं?

राफेल मारियानो ग्रॉसी एक अनुभवी राजनयिक हैं। वे दिसंबर 2019 से IAEA के प्रमुख हैं। उन्हें परमाणु अप्रसार, निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में चार दशकों का अनुभव है। वे पहले ऑस्ट्रिया में अर्जेंटीना के राजदूत रह चुके हैं और NSG (परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह) और OPCW जैसे संगठनों में भी शीर्ष पदों पर रह चुके हैं।

IAEA के प्रमुख बनने से पहले का सफ़र

ग्रॉसी ने 2013 में वियना में IAEA और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अर्जेंटीना का प्रतिनिधित्व किया था। 2010 से 2013 तक, वे IAEA में नीति के लिए सहायक महानिदेशक और कैबिनेट के प्रमुख थे। इससे पहले, उन्होंने रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन (OPCW) में भी शीर्ष पद संभाला था। उन्होंने बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग और NATO में भी अर्जेंटीना का प्रतिनिधित्व किया है।

डिग्री और सम्मान

ग्रॉसी ने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी की है और कई अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट और अन्य सम्मान प्राप्त किए हैं। उन्हें अर्जेंटीना, इटली, ब्राजील, ऑस्ट्रिया, कजाकिस्तान और पैराग्वे जैसे देशों से प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। 2023 में रोम ने उन्हें ‘मानद नागरिक’ भी घोषित किया।

ग्रॉसी के बयान से ईरान भी भड़का

ईरान का आरोप है कि IAEA की पुरानी रिपोर्ट्स में जानबूझकर डर फैलाया गया और इजरायल को हमले का नैरेटिव दिया गया। अब जब ग्रॉसी सच बोल रहे हैं, वो भी बहुत देर से। ईरान के पूर्व विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने निर्दोष लोगों की मौत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से ग्रॉसी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि IAEA की गलत और गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग के कारण ईरान के कई निर्दोष लोग मारे गए। उन्होंने इसे एजेंसी की विश्वसनीयता के लिए अपूरणीय क्षति बताया और ग्रॉसी को जिम्मेदार ठहराया।

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