Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • LAC: तवांग पर इसलिए है चीन की बुरी नजर, नहीं रोका गया तो भारत को होगा भारी नुकसान

LAC: तवांग पर इसलिए है चीन की बुरी नजर, नहीं रोका गया तो भारत को होगा भारी नुकसान

LAC: हाल-फिलाहल की घटनाएं चीन की बुज़दिली की तरफ इशारा कर रही है. चीन अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा है. लद्दाख के बाद अब चीन ने “डोकलाम” में घुसपैठ की नाक़ाम कोशिश को अंजाम दिया। भारतीय फौजियों ने चीन की इस हिमाक़त का करारा जवाब दिया। इस झड़प में दोनों […]

अरुणाचल प्रदेश का तवांग
inkhbar News
  • Last Updated: December 13, 2022 21:44:58 IST

LAC: हाल-फिलाहल की घटनाएं चीन की बुज़दिली की तरफ इशारा कर रही है. चीन अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा है. लद्दाख के बाद अब चीन ने “डोकलाम” में घुसपैठ की नाक़ाम कोशिश को अंजाम दिया। भारतीय फौजियों ने चीन की इस हिमाक़त का करारा जवाब दिया। इस झड़प में दोनों मुल्क़ों के कुछ जवान जख्मी हुए हैं जिसमें से चीनी सैनिकों की मज़रूह होने की तादाद ज़्यादा है वहीं भारतीय फौजियों को मामूली चोटें आई हैं.

 

LAC तक आने की नाक़ाम कोशिश

यह घटना 9 दिसंबर की है. ख़बर के मुताबिक़ अरुणाचल प्रदेश में भारत और चीनी जवान उस वक़्त टकरा गए जब वो गश्ती कर रहे थे. इसी के दरमियान तवांग में दोनों देश के जवान एक-दूसरे के मुक़ाबिल हो गए. चीनी फौज की कोशिश थी कि वह LAC तक आने में क़ामयाब हो जाए लेकिन उससे पहले उसे भारतीय जवानों से भिड़ कर गुज़ारना था. ऐन वक़्त पर हमारे देश के तमाम जवानों ने चीनी सैनिकों के चारो ख़ाने चित कर दिए.

 

1962 के बाद से ही चीन की बुरी निगाहें

इस पूरी घटना के ज़रिये हम आपको बता दें, कि आख़िर यह जगह चीन के लिए इतनी अहम क्यों है और अगर हमारे मुल्क़ की इस जगह पर चीन कब्ज़ा कर लेता है तो इससे क्या नुकसान होंगे? दरअसल, साल 1962 के जंग के बाद से ही चीन की बुरी नजर तवांग पर पड़ चुकी है. दोनों देशों में हुई लड़ाई के बाद से चीन ने इस जगह से दूरी बना ली थी लेकिन बाद में चीन की नीयत बदल गई फिर चीन बुज़दिली पर उतर आया. जिसके बाद चीन ने यहाँ पर फौजियों के दस्ते को इकठ्ठा करना शुरू कर दिया।

 

 

क्यों कब्जा चाहता है चीन?

 

यूँ तो अरुणाचल प्रदेश का तवांग करीब 17 हजार फीट की ऊँचाई पर बना हुआ है लेकिन यह दोनों मुल्क़ों की फौज के लिए रणनीतिक मायनों में बेहद अहम है. साथ ही तवांग पर कब्जे की नीयत के पीछे चीन की खासा रणनीति भी कायम है. इस पोस्ट पर कब्ज़ा हासिल करने के बाद चीन, तिब्बत के साथ-साथ LAC पर भी नज़र जमाना चाहता है. अगर नुकसान की बात करें तो अगर चीन इस पर कब्ज़ा करने में क़ामयाब साबित होता है तो वह पूरे अरुणाचल प्रदेश पर भी अपना कब्जा जमा सकता है जिसे वो पहले से ही अपना इलाका समझता आ रहा है.

 

 

यह भी पढ़ें :

 

Delhi Excise Case: बीजेपी बोली- ‘अरविंद केजरीवाल का अहंकार टूटेगा, AAP के पास सवालों का नहीं है जवाब’

मनीष सिसोदिया का दावा! बीजेपी ने मेरे खिलाफ सभी सीबीआई, ईडी मामलों को बंद करने की रखी पेशकश