Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • M23 विद्रोहियों का कहर जारी, बेटी के सामने मां का किया बलात्कार, बच्चों की निर्मम हत्या

M23 विद्रोहियों का कहर जारी, बेटी के सामने मां का किया बलात्कार, बच्चों की निर्मम हत्या

M23 विद्रोही को 23 मार्च मूवमेंट के नाम से भी जाना जाता है। यह कांगो के पूर्वी क्षेत्रों में सक्रिय विद्रोही समूह है। यह समूह कई मानवाधिकार उल्लंघनों, युद्ध अपराधों और अत्याचारों के लिए जिम्मेदार रहा है। बंदूक की नोक पर विद्रोही महिलाओं का बलात्कार करते हैं और बच्चों का....

Militia on rampage in Africa
inkhbar News
  • Last Updated: December 23, 2024 22:18:24 IST

नई दिल्ली : अफ्रीका के कांगो में M23 विद्रोहियों का कहर जारी है। वे लगातार सामूहिक हत्या, बलात्कार और जबरन विस्थापन जैसी बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अप्रैल में विद्रोहियों ने रूबाया के एक बाजार में छह बच्चों को लकड़ी से सिर को कुचलकर मार डाला था।

भागने की कोशिश पर किया बलात्कार

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 32 वर्षीय महिला ने भागने से पहले खुद बच्चों की निर्मम हत्या देखी। उसने बताया कि उसे और उसके साथियों को भी पकड़ लिया गया। बाद में उसके और उसकी एक सहेली के साथ बलात्कार किया गया। जबकि एक की हत्या कर दी गई।

23 मार्च मूवमेंट

M23 विद्रोही को 23 मार्च मूवमेंट के नाम से भी जाना जाता है। यह कांगो के पूर्वी क्षेत्रों में सक्रिय विद्रोही समूह है। यह समूह कई मानवाधिकार उल्लंघनों, युद्ध अपराधों और अत्याचारों के लिए जिम्मेदार रहा है। विद्रोही महिलाओं को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करते हैं। इतना ही नहीं, दिन में लोगों पर हमला करना आम बात हो गई है। गवाहों की हत्या कर दी जाती है।

बेटी के सामने महिला के साथ क्रूरता

25 वर्षीय महिला ने बताया कि उसकी बेटी के सामने बंदूक की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया गया। बाद में उसके पति की भी हत्या कर दी गई। जबकि एक अन्य 27 वर्षीय पीड़िता के साथ फसल की रखवाली करते समय आठ लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया।

महिलाओं पर क्रूरता से हमला किया जाता है। पीड़ितों के साथ उनके बच्चों के सामने बंदूक की नोक पर बलात्कार किया जाता है। मानवीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में यौन हिंसा स्तर बहुत बढ़ गया है।

M23 क्या है?

M23 पहली बार 10 साल पहले उभरा था, जब इसके लड़ाकों ने कांगो के पूर्वी हिस्से के सबसे बड़े शहर गोमा पर कब्जा कर लिया था। 23 मार्च, 2009 को एक शांति समझौते के कारण इस समूह का नाम M23 रखा गया था। इस समझौते में कांगो की सेना में विद्रोहियों को शामिल करने की वकालत की गई थी। M23 का आरोप है कि सरकार समझौते का पालन नहीं कर रही है। इस पर लंबे समय से रवांडा के समर्थन से काम करने का आरोप है।

M23 फिर हुआ सक्रिय

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के अंत में फिर से सक्रिय हुए M23 ने नागरिकों की हत्या और क्षेत्रों पर कब्ज़ा करना शुरू कर दिया। M23 के लड़ाकों ने महिलाओं को परेशान करना और उनका बलात्कार करना शुरू कर दिया।

अपराधों के लिए जिम्मेदार

हालांकि,कांगोली सीमा रक्षा बल रवांडा ने M23 का समर्थन करने के आरोपों से इनकार किया और सीमा पार से उत्पन्न खतरों के खिलाफ सुरक्षा के रूप में अपनी सैन्य उपस्थिति को उचित ठहराया। हालांकि, इस साल की शुरुआत में सुरक्षा परिषद को दी गई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि रवांडा M23 के युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार था, जिसमें क्षेत्रीय विजय और अत्याचार शामिल हैं।

6.5 लाख लोगों ने ली शरण 

गंदी विस्थापन शिविरों से घिरी क्षेत्रीय राजधानी गोमा में, हिंसा से बचने के लिए 650,000 से अधिक लोगों ने शरण ली है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यौन हिंसा के रिकॉर्ड स्तर सामने आए हैं, जिसमें अकेले 2023 में 25,166 पीड़ितों का इलाज किया गया है – यह संख्या 2024 के मध्य तक पहले ही पार हो चुकी है।

यह भी पढ़ें :-

बांग्लादेश बोला हसीना को भेजो, भारत ने उठाया ऐसा कदम पड़ोसी मुल्क में हाहाकार

राहुल गांधी आज महाराष्ट्र के परभणी का दौरा करेंगे, सुबह-सुबह दिल्ली में बूंदाबांदी, कोहरे की छाई चादर