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मेंटल पीस या शादी का चस्का, सऊदी के अबू अब्दुल्ला ने 53 बार किया निकाह

सऊदी अरब के रहने वाले अबू अब्दुल्ला ने अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा किया है, जिसे सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं। 63 साल के अबू अब्दुल्ला ने

सऊदी के अबू अब्दुल्ला ने 53 बार किया निकाह
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  • Last Updated: August 14, 2024 21:51:12 IST

नई दिल्ली: सऊदी अरब के रहने वाले अबू अब्दुल्ला ने अपनी जिंदगी में कुछ ऐसा किया है, जिसे सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं। 63 साल के अबू अब्दुल्ला ने अब तक 53 शादियां की हैं, और उनका कहना है कि उन्होंने ये सब सिर्फ मानसिक शांति और खुशी पाने के लिए किया। आइए, जानते हैं उनकी इस अनोखी कहानी के बारे में विस्तार से।

पहली शादी से 53 शादियों तक का सफर

अबू अब्दुल्ला ने पहली शादी महज 20 साल की उम्र में की थी। उस वक्त उन्होंने अपने से 6 साल बड़ी एक महिला से निकाह किया। वे इस शादी से काफी खुश थे, लेकिन कुछ समय बाद रिश्ते में दिक्कतें आने लगीं। सिर्फ 23 साल की उम्र में अबू अब्दुल्ला ने दूसरी शादी का फैसला कर लिया। उन्होंने अपनी पहली पत्नी को इसके बारे में बताया और फिर दूसरी शादी कर ली।

53 शादियों के पीछे की वजह

अबू अब्दुल्ला ने 53 शादियां क्यों कीं, इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वे एक ऐसी महिला की तलाश में थे जो उन्हें मानसिक शांति और खुशी दे सके। उनकी ये तलाश कभी खत्म नहीं हुई, और इसी कारण उन्होंने 53 शादियां कर डालीं। हालांकि, उन्होंने अपनी चौथी शादी के बाद अपनी पहली और दूसरी पत्नी को तलाक दे दिया। अबू अब्दुल्ला ने ये भी बताया कि वे अपनी सभी पत्नियों के साथ नहीं रहते हैं।

शादी को लेकर अबू अब्दुल्ला की सलाह

अबू अब्दुल्ला ने शादी को लेकर पुरुषों को सलाह भी दी है। उन्होंने कहा कि एक उम्रदराज महिला, एक जवान महिला से ज्यादा शांति और सुख दे सकती है। उन्होंने अपनी सबसे कम समय तक चलने वाली शादी का जिक्र भी किया, जो कि महज एक रात के लिए थी। इसके अलावा, अबू अब्दुल्ला ने बताया कि उन्होंने विदेश यात्राओं के दौरान भी निकाह किए हैं। उनका कहना था कि जब वे किसी जगह पर अपने बिजनेस के लिए तीन से चार महीने तक रहते थे, तो खुद को बुराई से बचाने के लिए उन्होंने वहां शादी कर ली।

अबू अब्दुल्ला का जीवन और सोच

अब्दुल्ला का मानना है कि उनका ये कदम उनकी मानसिक शांति और खुशी के लिए था। वे एक ऐसे जीवनसाथी की तलाश में थे जो उन्हें पूरी तरह से समझ सके और खुश रख सके। लेकिन 53 शादियों के बावजूद, वे उस आदर्श साथी को खोज नहीं पाए। उनके इस जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि मानसिक शांति और खुशी किसी बाहरी चीज में नहीं, बल्कि हमारे अपने अंदर होती है।

 

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