Pahalgam Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जो कदम उठाये हैं, उससे पड़ोसी देश में हड़कंप मचा हुआ है। भारत की कार्रवाई पर चर्चा के लिए पाकिस्तान सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक शुरू कर दी है। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कर रहे हैं। इसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और सेना प्रमुखों को शामिल किया गया है।
मंगलवार, 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए हमलों में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इन आतंकियों के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के कारण भारत सरकार ने अटारी बॉर्डर बंद कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान से राजनयिक संबंधों को कम कर दिया है। सिंधु जल समझौते को भी रद्द कर दिया है, जिस वजह से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है।
आपको बता दें कि सिंधु और उसकी सहायक नदियां चेनाब, झेलम, ब्यास, रावी और सतलज कश्मीर होते हुए पाकिस्तान में प्रवेश करती है। पाकिस्तान पीने के पानी, कृषि और बिजली उत्पादन के लिए इन नदियों पर ही निर्भर। अब भारत के इस फैसले से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। कृषि से पाकिस्तान के गाँवों में रहने वाले 68% लोगों की आजीविका चलती है। अब जब पाकिस्तान को पानी नहीं मिलेगा तो फिर अर्थव्यवस्था पहले से बदतर हो सकती है। मोदी ने अपने एक फैसले से आधे पाकिस्तान को अंधेरे में डाल दिया है, साथ ही भूखे मरने के मुहाने पर खड़ा कर दिया है।
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