नई दिल्ली। मुस्लिम देश सीरिया में एक बार फिर से जंग शुरू है। सीरिया के सबसे खूबसूरत शहर लताकिया और तारतूस वीरान हो गया है। सड़कों पर चारों तरफ लाशें पड़ी हुई हैं। हर तरफ सत्तारूढ़ HTS के लड़ाके दिख रहे हैं। बिना शिनाख्त के ही लाशों को दफन किया जा रहा है। क्या आपको मालूम है कि वॉर की वजह से सीरिया में लड़कियों और महिलाओं की स्थिति बेहद ख़राब है। यहाँ की लड़कियों को जबरन शादी करना पड़ता है।
यूएन सीरिया कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि वॉर में ज्यादातर युवा अपनी जान गंवा चुके हैं। बड़ी संख्या में लोग देश छोड़ देते हैं या फिर जेल में सजा काट रहे होते हैं। युवाओं की बड़ी फ़ौज आर्मी में भी भर्ती हो जाती है। ऐसे में देश में सिंगल और विधवा महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ रही। फिनलैंड के ऑफिशियल्स ने यूएन सीरिया कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया था कि विस्थापन ने पुरुषों की आबादी पर असर डाला। खासकर युवा वर्ग पर।
एक सर्वे के मुताबिक 70 फीसदी सीरिआई महिलाएं सिंगल रह रही हैं। अपने सेक्सुअल डिजायर को पूरा करने के लिए उन्हें बूढ़े मर्दों से संबंध बनाना पड़ रहा। अपने से दोगुने मर्द के साथ रहकर वो संबंध बनाती हैं। उन्हें उन्हीं से शादी करना पड़ता है। सीरिया में मौजूद कई मुस्लिम लड़कियां दूसरे धर्म के लड़कों के प्रति
आकर्षित होती हैं, लेकिन वो उनसे निकाह नहीं कर पाती क्योंकि गैर मजहब के होने की वजह से इसे मंजूरी नहीं मिलेगी।