नई दिल्ली। इजरायली एयरफोर्स ने गुरुवार को लेबनान के दो सैन्य ठिकानों पर हवाई हमला कर दिया। लितानी नदी के पास हिजबुल्लाह के दो ठिकानों पर बम के गोले बरसाए गए हैं। इजरायल डिफेंस फोर्स यानी IDF ने खुद कहा है कि उन्होंने हिजबुल्लाह के हथियारों के ठिकानों पर यह कार्रवाई की है। आईडीएफ की तरफ से दावा किया गया है कि सीरियाई सीमा के रास्ते लेबनान में हथियारों की तस्करी की कोशिश हुई है। यह मौजूदा युद्धविराम का उल्लंघन है।

टूट जाएगा समझौता

इजरायल का कहना है कि हिजबुल्लाह इन इलाकों में सैन्य ढांचा विकसित कर रहा है, इसलिए हमारी तरफ से हमला किया गया है। बता दें कि दोनों देशों में युद्धविराम लागू है इसके बाद भी हमला हुआ है। ऐसे में युद्धविराम टूटने की आशंका बढ़ गई है। दोनों की ओर से 18 फरवरी तक सीज फायर एग्रीमेंट पर समझौता किया गया है।

हवाई हमले के बाद क्या बोला इजरायल?

इजरायल ने इस हमले के पीछे यह तर्क दिया है कि युद्धविराम का मतलब है दोनों पक्ष लड़ाई बंद करने पर राजी हैं परन्तु अगर कोई एक पक्ष नियम तोड़ देता है तो फिर ऐसे में युद्धविराम भी टूट जाता है। हिजबुल्लाह ने युद्ध विराम के नियम तोड़े हैं। वो सीरिया से हथियार लाकर जमा करता था। इस वजह से हमने हवाई हमला करते हुए उसके ठिकानों पर बमबारी की। बता दें कि हिजबुल्लाह लेबनान का एक शक्तिशाली संगठन है लेकिन इजरायल ने इसे आतंकी घोषित कर रखा है। पिछले साल दोनों के बीच तनातनी देखने को मिली। इजरायल ने हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर्स को मार गिराया।