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बीच रमजान कुकर्मों का फल भुगत रहा पाकिस्तान! 30 सैनिकों की कुर्बानी देकर मुक्त कराये 104 बंधक, अब मोदी के सामने नाक रगड़ेंगे शहबाज

पाकिस्तान में माह-ए-रमजान के पवित्र महीने में बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहर बरपा दिया है। BLA ने मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। 24 घंटे में बलूचों ने पाकिस्तानी सेना के 30 सैनिकों की हत्या कर दी है। बाद में पाक आर्मी ने 104 बंधकों को रिहा करा लिया लेकिन इस घटना से पूरे मुल्क में हाहाकार मचा है.

Pakistan train hijack
inkhbar News
  • Last Updated: March 12, 2025 08:30:42 IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान में माह-ए-रमजान के पवित्र महीने में बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहर बरपा दिया है। BLA ने मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। 24 घंटे में बलूचों ने पाकिस्तानी सेना के 30 सैनिकों की हत्या कर दी है। जवाबी कार्रवाई में 16 विद्रोहियों को भी मार गिराया गया है और 104 बंधक छुड़ा लिए गए हैं। पाकिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक को लोग उसके कर्मों का फल बता रहे हैं। दरअसल लोग 24 दिसंबर 1999 की उस घटना को याद कर रहे हैं जब पाकिस्तानी आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के IC-814 विमान को हाईजैक कर लिया था। इसके बदले 3 खूंखार आतंकियों को छुड़ाया था।

डटकर मुकाबला कर रही है ब्लूच आर्मी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने बलूच लिबरेशन आर्मी की ओर से बंधक बनाए गए 104 लोगों को रिहा कहा लिया है. जो लोग बीएलए के बंधन से मुक्त कराये गये हैं उनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं. अभी ऑपरेशन जारी है, सुरक्षाकर्मी बाकी पैसेंजर्स को बचाने के लिए लगातार रेस्क्यू जुटे हुए हैं. बीएलए का अभी तक का ये सबसे बड़ा ऑपरेशन है. खबर है कि अब बीएलए से जुड़े अलगाववादी अलग-अलग ग्रुपों में बंटकर मोर्चा संभाल रहे हैं.

खूंखार आतंकी छुड़ाये

पाकिस्तानी आतंकियों ने 178 पैसेंजर्स की सुरक्षित रिहाई के बदले में मौलाना मसूद अजहर समेत 3 आतंकियों की रिहाई की शर्त रखी थी। एक हफ्ते तक उन्होंने भारतीयों को बंधक बनाकर रखा। पांच हथियारबंद आतंकवादियों ने आईसी-814 प्लेन को काठमांडू से हाईजैक कर लिया था पहले लाहौर और उसके बाद अफगानिस्तान के कांधार ले गए। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने तीन आतंकियों के बदले में अपने पैसेंजर्स की जान बचाई। आतंकी मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को स्पेशल प्लेन से कांधार भेजा गया। बाद में इसी मसूद अजहर ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद बनाया।

कुकर्मों का फल भुगत रही

ख़ुफ़िया एजेंसी की माने तो पाकिस्तानी मिलिट्री अजहर जैसे आतंकियों को पनाह देती है। ये उन्हें भारत के खिलाफ लड़ाई में मदद पहुंचाते हैं। इन्हें आतंकी न मानकर कट्टरपंथी कहते हैं ,ताकि कार्रवाई न हो सके। अब पाकिस्तान अपने ही बिछाये आंतक के  जाल में फंस गया है। न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस में करीब करीब 500 लोग सवार थे। यात्रियों में पाकिस्तानी सैनिक और पुलिसवाले शामिल थे। बलूचों ने इन पैसेंजर्स में से 214 को बंधक बनाया और 30 सैनिकों की हत्या कर दी है। बलूच पाक जेल में बंद अपने कार्यकर्ताओं की रिहाई चाहते हैं और अलग देश की मांग कर रहे हैं.

 

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