Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोमवार रात में UNSC की मीटिंग हुई। इस दौरान पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के देशों को खूब बरगलाने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हो पाया। UNSC में पाकिस्तान से सवाल किया गया कि क्या पहलगाम अटैक में लश्कर ए तैयबा शामिल था। बैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य देशों ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की। मेंबर्स ने कहा कि पर्यटकों को उनसे धर्म पूछकर मारा गया।
परमाणु बयानबाजी न करने की सलाह
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद कमरे में हुई बैठक में पाकिस्तान की बेइज्जती हुई। सदस्य देशों ने सवाल उठाए कि क्या पहलगाम हमले में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था? परिषद ने 22 अप्रैल के हमले की व्यापक निंदा की और जवाबदेही तय करने की बात कही। सूत्रों ने आगे बताया कि कुछ सदस्यों ने पर्यटकों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाने का मुद्दा उठाया। कई सदस्यों ने चिंता जताई कि पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण और परमाणु बयानबाजी से तनाव बढ़ रहा है।
पाकिस्तान को मिली नसीहत
पाकिस्तान ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश की लेकिन वह इसमें भी विफल रहा। उसे सलाह दी गई कि वह भारत के साथ द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाए। कैसे हुआ पाकिस्तान का अपमान दरअसल, पाकिस्तान बड़ी उम्मीदों के साथ यूएनएससी गया था। उसे उम्मीद थी कि यूएनएससी के सदस्य उसकी झूठी कहानी को सच मान लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसे यह भी उम्मीद थी कि बंद कमरे में हुई बैठक में उसकी बात सुनने के बाद सदस्य कोई बयान जारी करेंगे। उसका पक्ष लेंगे और भारत को कोसेंगे। लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। भारत के इस कदम से पाकिस्तान की हार हुई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कोई बयान जारी न करके पाकिस्तान को फिर शर्मिंदा किया।