नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में आज यानी 29 मई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं. आम चुनाव के साथ ही देश के सभी 9 राज्यों में भी चुनाव चुनाव हो रहा है. साउथ अफ्रीका में इस बार के राष्ट्रपति चुनाव को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि पिछले 30 सालों में ऐसा पहली बार लग रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की बनाई पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) चुनाव हार सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मंडेला की बनाई अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) पार्टी इस आम चुनाव में बहुमत हासिल करने से चूक सकती है. ऐसे में अगर बीते 3 दशक से सरकार चला रही एएनसी को चुनाव के बाद बहुमत नहीं मिलता है तो राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को दूसरी पार्टियों से समर्थन मांगना होगा. ऐसी स्थिति में देश में पहली बार गठबंधन की सरकार का गठन हो सकता है.
बता दें कि इस आम चुनाव में राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) दोनों पर ही बहुमत हासिल करने का भारी दबाव है. कई सर्वे में यह अनुमान लगाया गया है कि इस बार एएनसी 50 फीसदी बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाएगी. इसकी कई बड़ी वजहें हैं. ANC इस वक्त कई मुश्किलों में घिरी हुई है. सत्ताधारी पार्टी के कई बड़े नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं. इसके साथ पूरा देश इस रिकॉर्ड बेरोजगारी और गंभीर बिजली संकट का सामना कर रहा है.