Cyprus highest honor to PM Modi: साइप्रस की धरती से पीएम मोदी ने एक बार फिर दुनिया को भारत की बढ़ती ताकत का एहसास कराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को साइप्रस के लिमासोल शहर में बिजनेस राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। आपको बता दें कि यह कॉन्फ्रेंस साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस की मौजूदगी में आयोजित की गई थी। इस दौरान साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मैकारियोस III से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 से अब तक 23 देशों से सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं। ये सम्मान उनके कुशल नेतृत्व, वैश्विक कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में योगदान को दर्शाते हैं। ये सम्मान भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा और प्रधानमंत्री मोदी की प्रभावी विदेश नीति का भी प्रमाण हैं।
‘भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा’
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले एक दशक में भारत की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नीति-निर्माण में स्थिरता, कारोबारी माहौल में सुधार, डिजिटल क्रांति और अगली पीढ़ी के सुधारों ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना दिया है। उन्होंने कहा, “भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और बहुत जल्द यह तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगी। भारत में जीएसटी जैसे कर सुधार, कॉर्पोरेट टैक्स में कमी, कानूनों का गैर-अपराधीकरण और व्यापार में विश्वास बढ़ाने जैसे कई बड़े बदलाव हुए हैं।”
साइप्रस के साथ कई समझौते हुए
इस दौरान साइप्रस और भारत के बीच एक और महत्वपूर्ण समझौता हुआ, जिसमें एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (गिफ्ट सिटी, गुजरात) और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच सहयोग स्थापित किया गया है। यह यूरोप और भारत के बीच इस तरह का पहला वित्तीय सहयोग है। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि कई भारतीय कंपनियां साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखती हैं, खासकर आईटी, पर्यटन और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में।
इन क्षेत्रों में साइप्रस के साथ सहयोग मजबूत होगा
इस अवसर पर पीएम मोदी ने साइप्रस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की संभावनाओं पर जोर दिया और कहा कि भारत और साइप्रस के बीच व्यापार, निवेश, डिजिटल भुगतान, पर्यटन, रक्षा, लॉजिस्टिक्स और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में गहरा सहयोग हो सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की डिजिटल क्रांति का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘आज दुनिया का 50 फीसदी डिजिटल लेन-देन भारत में होता है, जिसका श्रेय यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को जाता है।’
23 साल बाद साइप्रस पहुंचे भारत के पीएम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ’23 साल में यह पहला अवसर है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री साइप्रस आया है और पहला कार्यक्रम बिजनेस राउंडटेबल था, जो दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध कितने महत्वपूर्ण हैं।’