नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कमान संभालते ही दुनियों में चल रही दो लड़ाइयों को खत्म कराने के लिए ऐसा दांव चला कि दुनिया हैरान रह गई. इजरायल और गाजा में युद्ध विराम के बाद अब बारी रूस और यूक्रेन युद्ध की है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की परेशान हैं कि अमेरिका ने धोखा दिया है लेकिन रूस खुश है कि युद्ध खात्मे की तरफ बढ़ चला है. ट्रंप और पुतिन की लगातार बात हो रही है. सऊदी अरब में दोनों देशों के राजनयिकों की बात हुई थी जिसमें युद्ध खत्म कराने के लिए खाका खींचा गया.
अमेरिका और रूस के नजदीक आने से अब चीन परेशान होने लगा है और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जंग की तीसरी वर्षगांठ के दिन सीधे पुतिन को फोन लगाया. जिनपिंग ने दोस्ती की दुहाई दी और पुतिन से कहा कि हमारी दोस्ती को नो लिमिट. बताते हैं कि बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जंग को लेकर अमेरिका से चल रही बातचीत के बारे में बताया. चीन को इस बात का डर है कि अमेरिका रूस से नजदीकी बढ़ाकर चीन को अलग थलग करने की कोशिश कर सकता है. दरअसल चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है जबकि अमेरिका नंबर 1 है. ये लड़ाई नंबर 1 और 2 की है.
चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक शी जिनपिंग ने सोमवार को रूसी नेता के निमंत्रण पर व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की. पुतिन ने यूक्रेन में शांति पर अमेरिका के साथ रूस की बातचीत के बारे में उन्हें जानकारी दी। शिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिनपिंग ने कहा कि इतिहास और जमीनी हकीकत यही है कि चीन और रूस अच्छे पड़ोसी हैं जिन्हें दूर नहीं किया जा सकता है, दोनों सच्चे दोस्त हैं जो अच्छे और बुरे दोनों समय में एक दूसरे के सहयोगी रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देश एक-दूसरे का समर्थन करते हैं और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं.
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