नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia Ukraine War) में भारत सरकार पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन में फंसे अपने भारतीय लोगों को निकालने की तमाम कोशिशें कर रही है, इसी कड़ी में भारत सरकार ने ऑपेरशन गंगा की भी शुरुआत की है, जिसके तहत हजारों की संख्या में छात्र अब तक अपने देश वापस लौट आए हैं, लेकिन अब भी कई ऐसे छात्र हैं जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उन्हें मदद नहीं मिल पा रही है. ऐसे में, यूक्रेन के सूमी से कुछ भारतीय छात्रों ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने भारत सरकार और दूतावास पर उनकी मदद न करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि, ये उनका आखिरी वीडियो है, अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए भारत सरकार और भारतीय दूतावास जिम्मेदार होगा.
यूक्रेन की सीमा पर स्थित सूमी शहर के स्टेट यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई करते हैं, ऐसे में यूक्रेन पर हुए रूसी हमले के बाद छात्र यहाँ फंस गए हैं. पिछले दस दिनों से ये छात्र यहाँ फंसे हुए हैं. हालांकि भारत सरकार यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने की हर कोशिश कर रही है, लेकिन यूक्रेन में बिगड़ते हालत को देखते हुए छात्रों का मनोबल भी अब टूटने लगा है. ऐसे में, उन्होंने सूमी से एक वीडियो जारी कर दिया है. इसमें उन्होंने कहा है कि ये उनका आखिरी वीडियो है, पता नहीं इसके बड़ा वो ज़िंदा रहेंगे भी या नहीं क्योंकि वे मरियोपोल मारियुपोल जा रहे हैं जो सूमी से 600 किलोमीटर दूर है. उन्होंने भारत सरकार और भारतीय दूतावास पर उनकी मदद न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो इसके लिए भारत सरकार और दूतावास ज़िम्मेदार होगा.