Russia Ukraine War News: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन सालों से युद्ध चल रहा है। रूस ने यूक्रेन की जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ऐसा बयान दिया है, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। साथ ही युद्ध के तेज होने की संभावना बढ़ गई है। सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में भाषण के दौरान पुतिन ने कहा, ‘पूरा यूक्रेन रूस का है।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘जहां भी कोई रूसी सैनिक कदम रखता है, वह जमीन रूसी हो जाती है।’ इतना ही नहीं उत्तर कोरिया का एक कदम इस संघर्ष को और भी भड़का रहा है।
उत्तर कोरिया ने अपने हजारों सैनिकों और तकनीकी कर्मचारियों को रूस भेजा है। ताकि वे ड्रोन निर्माण और युद्ध की तैयारियों में मदद कर सकें। इस अप्रत्याशित सहयोग से एक नया भू-राजनीतिक मोर्चा खुलता दिख रहा है, जो एशिया और यूरोप दोनों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। पुतिन ने अपने दावे को ‘रूस और यूक्रेनियन की ऐतिहासिक एकता’ पर आधारित बताया उन्होंने 2021 में एक लेख के जरिए इस थ्योरी को दुनिया के सामने भी रखा था। अब एक बार फिर उस विचार के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन के सभी क्षेत्रों पर अधिकार चाहता है – सिर्फ़ डोनेट्स्क, लुहांस्क, ज़ापोरिज़िया, खेरसॉन और क्रीमिया ही नहीं।
North Korea is reportedly considering sending 25,000 workers to Russia’s Alabuga Special Economic Zone, the main hub for Shahed-136 and reconnaissance drone production, according to Japan’s NHK, citing Western and Russian diplomatic sources.
In exchange for training, North Korea… pic.twitter.com/2QulcdQGZm
— Saint Javelin (@saintjavelin) June 19, 2025
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ने पुतिन के बयान को ‘बेशर्मी और अमानवीय’ बताते हुए कहा, ‘जबकि अमेरिका और बाकी दुनिया युद्ध रोकने की अपील कर रही है, रूस अपने सैनिकों को और ज्यादा खून बहाने के लिए भेजने की योजना बना रहा है।’
इस बीच, जापान की NHK न्यूज़ एजेंसी ने खुलासा किया है कि उत्तर कोरिया रूस के तातारस्तान क्षेत्र में स्थित अलाबुगा स्पेशल इकोनॉमिक जोन में अपने करीब 25,000 कर्मियों को भेज रहा है। उनका उद्देश्य रूस के लिए ईरानी तकनीक पर आधारित ‘शाहेद’ ड्रोन बनाना है, जिनका इस्तेमाल यूक्रेन पर हमला करने के लिए किया जा रहा है। उत्तर कोरियाई कर्मियों को न सिर्फ ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि रूस की रक्षा फैक्ट्रियों में उत्पादन की गति बढ़ाने के लिए भी तैनात किया जाएगा. रूस ने हाल ही में यूक्रेन पर एक ही रात में 104 शाहेद ड्रोन और कई डमी ड्रोन दागे, जिससे यूक्रेन में भारी तबाही मची। यूक्रेन ने भी 15 जून को इस ड्रोन फैक्ट्री पर जोरदार जवाबी हमला किया।