नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद 7 मई की रात करीब डेढ़ बजे भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों पर मिसाइल दागी गई। भारत ने यह हमला कोटली, बहावलपुर, मुरिदके, बाग और मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में किया। इन स्थानों पर लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का ठिकाना भी मौजूद है।
इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने धमकी दी है कि उनका मुल्क ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेगा। जिसके बाद अब चर्चा तेज हो गई है कि क्या पाकिस्तान सच में भारत पर जवाबी हमला करेगा? आइए जानते हैं पूर्व सैन्य अधिकारी इस पर क्या कहते हैं….
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में कहा कि भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया है। इस मिशन में मिसाइल हमलों के जरिए पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों और उनके लॉन्चिंग पैड्स को निशाना बनाया गया है।
ढिल्लो ने बताया कि भारतीय सेना ने POK में नागरिक और सैन्य क्षेत्रों को छोड़कर सिर्फ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इससे कहीं ज्यादा बड़ा हमला करने की भी क्षमता है, लेकिन हमने यह कदम पूरी सावधानी और रणनीति के तहत उठाया है। अब आगे की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
रिटायर्ड सैन्य अधिकारी ढिल्लो ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई हमेशा पूर्व-निर्धारित और सटीक होती है, जिसे ‘प्रिसिजन अटैक’ कहा जाता है। अभी जो भी वीडियो सामने आ रहे हैं, उनकी पुष्टि तो नहीं हो सकती, लेकिन इतना जरूर स्पष्ट है कि भारतीय सेना ने सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाया है। यदि इस हमले के जवाब में पाकिस्तान हमारे नागरिकों या सेना पर हमला करता है तो फिर युद्ध जैसी स्थिति के लिए पूरी तरह पाकिस्तान जिम्मेदार होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम यह दर्शाता है कि भारत ने 22 अप्रैल को हुए जघन्य आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों और महिलाओं के उजड़े सिंदूर का बदला लेने के लिए यह ऑपरेशन चलाया है। भारत ने इस ऑपरेशन को बेहद सीमित दायरे में रखते हुए रणनीति के तहत अंजाम दिया है।