नई दिल्ली: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद अब उनकी सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की भूमिका पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. दरअसल, रैली में मौजूद एक चश्मदीद ने ट्रंप पर हमले को लेकर बड़ा खुलासा किया है. चश्मदीद ने कहा है कि उसने सामने वाली इमारत की छत पर एक व्यक्ति को बंदूक के साथ देखा था.
बता दें कि इस खुलासे के बाद ट्रंप के समर्थक सीक्रेट सर्विस पर जानबूझकर लापरवाही करने का आरोप लगा रहे हैं. ट्रंप समर्थकों का कहना है कि सीक्रेट सर्विस के एजेंट ट्रंप की सुरक्षा का नाटक कर रहे थे. हमलावर सामने था लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया.
चश्मदीद ने रैली में क्या देखा था…
चश्मदीद ग्रेग ने एक ब्रिटिश न्यूज चैनल को बताया कि वह रैली के बाहर खड़ा था और उसे सिर्फ ट्रम्प की ही आवाज सुनाई दे रही थी. उस वक्त मैंने सामने वाली इमारत की छत पर एक व्यक्ति को देखा था. वह व्यक्ति बिल्डिंग की छत पर रेंग रहा था और उसके पास में एक राइफल थी. रैली में मौजूद हर व्यक्ति उस बंदूकधारी को साफ-साफ देख सकता था, क्योंकि वह हमसे सिर्फ 50 फीट की ही दूरी पर था.
चश्मदीद ने पुलिस को दी थी जानकारी
ट्रंप पर हमले को लेकर चश्मदीद ने आगे कहा कि हमने उस बंदूकधारी के बारे में पुलिस को भी जानकारी दी थी, लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. हमलावर के बारे में जानकारी देने के बाद भी जब ट्रंप लगातार बोलते रहे तो मैं हैरान हो गया कि अब तक ट्रंप को मंच से नीचे क्यों नहीं ले जाया गया. फिर इसके कुछ ही देर बाद ट्रंप पर गोलियां चल गईं. चश्मदीद ने बताया कि मुझे वहां पर पांच गोलियों के चलने की आवाज सुनाई दी थी.
यह भी पढ़ें-
“मैं बहुत चिंतित हूं” डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले पर PM मोदी ने जताया दुख