Indonesia Earthquake: आज यानी 26 फरवरी को मुस्लिम देश इंडोनेशिया में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.1 थी। अब तक नुकसान कितना हुआ है, इसे लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। स्थानीय समयानुसार सुबह 6:55 में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इंडोनेशियाई मौसम विज्ञान का कहना है कि इससे सुनामी का खतरा नहीं है।
बार-बार आते हैं भूकंप
बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप आते रहते हैं। यह प्रशांत महासागर के “फायर रिंग” पर स्थित एक विशाल द्वीपसमूह है। यहां पर टेक्टोनिक प्लेटें अक्सर टकराती रहती है क्योंकि यह अत्यंत सक्रिय भूकंपीय बेल्ट है। जनवरी 2021 में इंडोनेशिया में आये भूकंप में 100 लोगों की जान चली गई थी। 2018 में 7.5 तीव्रता से भूकंप आया। इसके साथ सुनामी से 2,200 से अधिक लोगों मौत हो गई। 2004 में 9.1 तीव्रता से भूकंप से विशाल सुनामी आई, इसमें 1 लाख 70 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
होगा संपूर्ण विनाश
भूकंप 9 या उससे ज्यादा तीव्रता का हो तो संपूर्ण विनाश हो जाता है। यह इतना खतरनाक है कि अगर आप मैदान में खड़े होंगे तो आपको धरती लहराते हुए दिखने लगेगी। समुद्र नजदीक में हो तो फिर सुनामी आती है। इस वजह से भूस्खलन और हिमस्खलन हो सकता है। साल 1920 में चीन में भूकंप के बाद लैंडस्लाइड हुआ था। इसमें दो साल से ज्यादा लोग मारे गए थे। 2004 में इंडोनेशिया में भूकंप के बाद सुनामी आई थी, इसमें 2.30 लाख मारे गए थे। भारत में सबसे विनाशकारी भूकंप 1934 में आई थी। इसकी तीव्रता 8.1 थी, इसमें 30 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
क्यों आता है भूकंप
हमारी धरती की सतह 7 बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से बनी हुई है। ये सारे प्लेट्स तैरती रहती है। इसी क्रम में कभी कभी वापस में टकरा जाती है। कई बार टकराने से ट्स के कोने मुड़ जाते हैं और टूटने लगते हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर निकलने के लिए जगह ढूंढने लगती है। इस कारण डिस्टर्बेंस आता है और फिर भूकंप आता है। रिक्टर स्केल पर 0 से 9 या उससे ज्यादा तक आता है। 5 से ज्यादा तीव्रता का भूकंप खतरनाक माना जाता है। 6 से 6.9 की तीव्रता में इमारतों की नींव दरक जाती है। 7 से ज्यादा में इमारतें गिर जाती हैं। 8 से ज्यादा में इमारतों समेत बड़े-बड़े पुल गिर जाते हैं।