नई दिल्ली: अमेरिका ने अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने का एक बड़ा अभियान शुरू किया है, जिसे लेकर पूरी दुनिया में हलचल मच गई है। यह कदम डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के चार दिन बाद उठाया गया, जब अमेरिका ने सैन्य विमानों के जरिए अवैध प्रवासियों को निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू की। यह अभियान ट्रंप के चुनाव प्रचार के मुख्य वादों में से एक था।
राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने अवैध प्रवासियों के निष्कासन के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद, यह घोषणा की गई कि अब अवैध रूप से अमेरिका में घुसे अवैध प्रवासियों से हुए बच्चों को नागरिकता नहीं दी जाएगी। रक्षा विभाग ने बताया कि दो सैन्य विमानों ने अमेरिका से ग्वाटेमाला तक निर्वासन उड़ानें संचालित की हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने बताया कि ट्रंप की नीतियों के तहत 538 अवैध प्रवासी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और यह पहला अवसर है जब सैन्य विमानों का उपयोग किया गया है।
ट्रंप ने इस अभियान को दुनिया का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान बताते हुए कहा कि इससे अपराधियों को देश से बाहर भेजा जा रहा है। उनका कहना था कि यह सभी वे लोग हैं जो अवैध रूप से अमेरिका में घुसे हुए थे और अपराध कर रहे थे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, निर्वासन उड़ानें शुरू हो गई हैं और यह दुनिया को यह स्पष्ट संदेश दे रही हैं कि अगर आप अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हैं, तो आपको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।” ट्रंप ने यह भी कहा कि वे सबसे पहले खतरनाक अपराधियों को बाहर निकाल रहे हैं, जो समाज के लिए खतरा बन चुके थे।