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भारतीय महिला को इस मुस्लिम देश ने सुनाई फांसी की सजा, जानें पूरा मामला

निमिषा प्रिया का आरोप है कि यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी न सिर्फ मानसिक रूप से परेशान कर रहा था, बल्कि कई बार उसने शारीरिक शोषण भी किया. तलाल ने निमिषा के साथ शादी की झूठी खबरें भी फैलाईं.

India Women in Court
inkhbar News
  • Last Updated: December 31, 2024 17:00:53 IST

नई दिल्ली: केरल की निवासी निमिषा प्रिया को यमन में एक नागरिक की हत्या के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। भारत सरकार ने इस मामले में हरसंभव मदद देने का वचन दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमें निमिषा प्रिया की सजा के बारे में जानकारी है और उनका परिवार सभी संभावित विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकार इस मामले में पूरी मदद दे रही है।”

निमिषा प्रिया का यमन में संघर्ष

निमिषा प्रिया को यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का दोषी ठहराया गया है, जो नशीले इंजेक्शन की ओवरडोज से मृत हुए थे। निमिषा केरल के पल्लकड़ जिले से हैं और 16 साल पहले यमन गई थीं, ताकि अपने परिवार की आर्थिक मदद कर सकें। वहां उन्होंने नर्स के तौर पर काम किया और बाद में एक क्लीनिक खोलने का निर्णय लिया। यमन में बिजनेस करने के लिए किसी यमनी नागरिक का पार्टनर होना आवश्यक था, जिसके तहत उन्होंने तलाल महदी को अपना पार्टनर चुना।

तलाल महदी के खिलाफ निमिषा की शिकायतें

तलाल और निमिषा के बीच वित्तीय विवाद शुरू हो गया, जब तलाल ने क्लीनिक की कमाई का हिस्सा देना बंद कर दिया। इसके बाद तलाल ने निमिषा के निजी जीवन को लेकर भी कई झूठी बातें फैलानी शुरू की। निमिषा का आरोप था कि तलाल ने उनकी शादी की तस्वीरों को बदलकर यह दावा किया कि दोनों की शादी हो गई थी। तलाल ने कई बार उनका शारीरिक शोषण भी किया। एक समय वह जेल गया, लेकिन फिर से निकलने के बाद निमिषा को परेशान करता रहा, और उसका पासपोर्ट भी अपने पास रख लिया।

परेशान होकर की गई हत्या

इस स्थिति से तंग आकर, निमिषा ने तलाल को नशीला इंजेक्शन दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, वह उसे केवल बेहोश करना चाहती थीं। एक साल बाद, निमिषा को इस मामले में दोषी ठहराया गया और उन्हें मौत की सजा सुनाई गई। निमिषा की मां ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया। अब, निमिषा के परिवार के पास अंतिम उपाय के रूप में ब्लड मनी और राष्ट्रपति से अपील करने का विकल्प बचा है। इस प्रयास में सफलता नहीं मिली, हालांकि प्रेमा कुमारी ने यमन भी यात्रा की। अब यमन के राष्ट्रपति रशद अल अलीमी ने उनकी सजा को मंजूरी दे दी है और निमिषा को अगले महीने में फांसी दी जा सकती है।

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