नई दिल्ली। पड़ोसी देश पाकिस्तान के कई शहरों में रमजान के महीने में भी लोग सेहरी और इफ्तार नहीं कर पा रहे हैं। भारी महंगाई ने आम पाकिस्तानियों की कमर तोड़ दी है। लोग इफ्तार और सेहरी के लिए जरूरी फल-सब्जी और मेवे तक नहीं खरीद पा रहे। फल-सब्जी और मेवे की कीमतें आसमान छू रही है। बेहाल होकर मध्यम और निम्न वर्ग सरकार से बढ़ती महंगाई को काबू में करने का गुहार कर रहा है। कराची के लोग रमजान में भोजन, कपड़े और घरेलू सामान तक के लिए संघर्ष कर रहे।
TNN स्टोरीज की रिपोर्ट के मुताबिक कराची में महंगाई काफी बढ़ गई है। रमजान में फलों की कीमत आसमान छू रही है। बुनियादी जरूरतों का सामान जुट पाना मुश्किल हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फल-सब्जी, तेल, सूखे मेवों, मसालों और कपड़ों की कीमत में भारी इजाफा हो गया है। इससे आम जन निराश हैं। कराची के एक बुजुर्ग अहसान ने कहा कि रमजान के एक सप्ताह पहले तक सब ठीक था लेकिन जैसे ही रोजा शुरू हुआ, कीमतें बढ़ने लगी। पुलिस कार्रवाई की वजह से हम विरोध-प्रदर्शन तक नहीं कर पा रहे हैं।
TNN की रिपोर्ट में कहा गया है अचानक से सभी जरूरी सामान काफी महंगे हो गए हैं। एक स्थानीय निवासी के हवाले से कहा गया है कि अगर वे लोग महंगाई की वजह से दुकानदारों का बहिष्कार करते हैं तो फिर रोजा रखना भी मुश्किल हो जाएगा। लोग अधिकारी पर टकटकी लगाकर देख रहे हैं कि इस महीने में आम लोगों के लिए कुछ करती है या नहीं।
पढ़े पूरी खबर- औरंगजेब की कब्र पर सरकार करती हैं लाखों रुपये खर्च, मंदिर को मिलते हैं बस इतने पैसे, जान कर उड़ जाएंगे होश