नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान शुरू किया है। इसके तहत सोमवार  को एक अमेरिकी सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की कि विमान कम से कम 24 घंटे के भीतर भारत पहुंच जाएगा।

राष्ट्रपति ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद भारत में यह पहला निर्वासन है। ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अमेरिका में भारतीय अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा की। इससे पहले भारत ने अवैध प्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई थी और करीब 18,000 अवैध प्रवासियों की वापसी की बात कही थी।

अमेरिकी सेना से भी मांगी मदद

ट्रंप प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ इस अभियान में अमेरिकी सेना से भी मदद मांगी है। इसके लिए अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया गया है और प्रवासियों को रखने के लिए सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके तहत प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास जैसे देशों में भेजा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत सबसे दूर की जगह है, जहां निर्वासन विमान जाएगा।

ट्रंप और मोदी ने चर्चा की

डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने पीएम मोदी के साथ फोन पर बातचीत के दौरान अवैध आप्रवासन पर चर्चा की। ट्रंप ने कहा कि भारत अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए सही कदम उठाएगा। व्हाइट हाउस के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हुई और दोनों देशों के बीच सहयोग पर चर्चा हुई।

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