नई दिल्ली. आतंकी हमलों से परेशान पड़ोसी देश पाकिस्तान की सेना की क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं. स्थिति इतनी नाजुक है कि वहां के पीएम शहबाज शरीफ को अब अपनी ही सेना पर भरोसा नहीं हैं और वह आए दिन देश में हो रहे आतंकी हमलों ने निपटने के लिए चीन से मदद मांग रहे हैं. इसी बीच अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ऐसा फैसला लेने जा रहे हैं जिसे सुनकर पाकिस्तान बिलबिला उठेगा. खबर है कि अमेरिका पाकिस्तानियों की एंट्री पर रोक लगाने को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. पहली बार जब वह राष्ट्रपति बने थे तब 7 देशों पर प्रतिबंध लगाया था.
पाकिस्तान इस समय भारी संकट में है. देश की आर्थिक हालत बेहद खराब है और आतंकी नाग की तरह अपना फन फैलाये जा रहे हैं. जब चाहें जहां चाहें विस्फोट कर लोगों के जान ले रहे हैं. पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान से अलग चुनौती मिल रही है. इन चुनौतियों से परेशान पाक सरकार ने चीनी सेना को मदद के लिए बुला रही है. पीएम शहबाज शरीफ चीन के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाक सरकार ने चीनी सेना को दक्षिणी बलूचिस्तान में 5000 एकड़ जमीन भी आवंटित कर दी है. इसी बीच खबर आ रही है कि अमेरिका अपने मुल्क में पाकिस्तानियों की एंट्री बैन करने जा रहा है.
दोबारा राष्ट्रपति पद संभालते ही ट्रंप ने निर्देश दिया था कि ऐसे देशों को चिन्हित किया जाए जिनकी सुरक्षा जांच में दिक्कत आती है. 12 जनवरी तक यह काम पूरा होना था. बताते हैं कि इस पर काम हो चुका है और जल्दी पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री रोकी जा सकती है. यह पूर्ण या आंशिक हो सकती है.
ये सभी वो देश हैं जिनके नागरिकों की जांच में परेशानी आती है. इन लोगों की स्क्रीनिंग जानकारी काफी कम होती है. अगर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप नया ट्रैवल बैन लागू करते हैं तो इसकी जद में वो हजारों अफगानी शरणार्थी भी आएंगे जिनके लिए अमेरिका में रिफ्यूजी और पुनर्वास की मंजूरी दी गई है. इन लोगों ने अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अमेरिका के लिए काम किया था.
ये भी पढ़ें-