Asim Munir US Military Parade: अमेरिकी व्हाइट हाउस से एक बड़ा बयान दिया है जिसने एक बार फिर पाकिस्तान को लेकर अमेरिका की नीति पर सवाल खड़ा कर दिया है। राष्ट्रपति के कार्यालय से कहा गया कि 14 जून को वॉशिंगटन में होने वाली अमेरिकी सैन्य परेड में पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर को कोई न्योता नहीं भेजा है। व्हाइट हाउस ने असीम मुनीर को अमेरिका आमंत्रित किए जाने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है। गौरतलब है कि वॉशिंगटन में यह परेड अमेरिकी सशस्त्र बलों की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 79वां जन्मदिन भी इसी दिन यानी 14 जून को है।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने सैन्य समारोह में असीम मुनीर को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किए जाने की अटकलों को खारिज कर दिया। व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि ये खबरें झूठी और निराधार हैं। इस परेड के लिए अमेरिका की ओर से किसी विदेशी सैन्य अधिकारी को आमंत्रित नहीं किया गया है। ऐसे में मुनीर को आमंत्रित किए जाने की बात भी गलत है।
पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स ने दावा किया था कि असीम मुनीर को आधिकारिक निमंत्रण मिला है। वह अमेरिका जाएंगे और सैन्य परेड में शामिल होंगे। दक्षिण एशिया के हालात को समझने वाले भारतीय विश्लेषकों और विशेषज्ञों ने इसे भारत के लिए झटका माना। विशेषज्ञों का कहना था कि पाकिस्तानी सेना से अमेरिका की नजदीकी भारत के लिए मुश्किलें खड़ी करेगी। दूसरी तरफ पाकिस्तानी मीडिया लगातार इस बात का बखान कर रहा था।
जब मुनीर को आमंत्रण से जुड़ी रिपोर्ट सामने आई थी, तब रैंड कॉरपोरेशन के वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक डेरेक ग्रॉसमैन ने इसे भारत के लिए कूटनीतिक झटका बताया था। ग्रॉसमैन ने एक्स पर लिखा था, ‘पाकिस्तानी फील्ड मार्शल असीम मुनीर को ट्रंप प्रशासन का आमंत्रण एक कट्टर भारत विरोधी आतंकवादी को आमंत्रित करने जैसा है।’ इस पूरे असमंजस के बीच अमेरिकी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि असीम मुनीर या किसी विदेशी मेहमान को आमंत्रित नहीं किया गया है।