Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • USA: अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, दुनिया भर के शेयर बाजारों में आई नरमी

USA: अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया कोई बदलाव, दुनिया भर के शेयर बाजारों में आई नरमी

नई दिल्लीः अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। अमेरिका में ब्याज दरें 22 वर्ष के अधिकतम स्तर पर हैं। वहीं केंद्रीय बैंक के बैंकरों ने संकेत दिए हैं कि अगले वर्ष इनमें कटौती हो सकती है। यह दुनियाभर के शेयर बाजारों के लिए राहत की बात […]

USA: US Central Bank did not make any change in interest rates, stock markets around the world softened
inkhbar News
  • Last Updated: December 14, 2023 09:20:32 IST

नई दिल्लीः अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। अमेरिका में ब्याज दरें 22 वर्ष के अधिकतम स्तर पर हैं। वहीं केंद्रीय बैंक के बैंकरों ने संकेत दिए हैं कि अगले वर्ष इनमें कटौती हो सकती है। यह दुनियाभर के शेयर बाजारों के लिए राहत की बात है। फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने का पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि फेडरल रिजर्व ने बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए मार्च 2022 से 11 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। जिसके चलते अमेरिका में ब्याज दर बीती गर्मियों में चार दशकों के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी।

आवास बाजार को राहत मिलने की आशा

फेडरल रिजर्व के अनुमान से अगले वर्ष यानी 2024 में पूर्वानुमानों से भी ज्यादा ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। यह कटौती तीन तिमाही अंक तक हो सकती है। इससे उच्च बंधक दरों के चलते कमजोर मांग की सामना कर रहे अमेरिका के आवास बाजार को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। फेडरल रिजर्व ने बताया कि महंगाई पिछले वर्ष के मुकाबले कम हुई है लेकिन यह अभी भी उच्च स्तर पर है। फेडरल रिजर्व की मॉनेटरी पॉलिसी निर्धारित करने वाले अधिकारियों का पैनल द फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) ने ब्याज दरों को 5.25-5.50 के बीच रखा है।

अमेरिकी शेयर बाजार में देखा गया उछाल

फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढ़ोतरी ना करने के निर्णय के बाद अमेरिकी स्टॉक मार्केट के प्रमुख इंडेक्स डाउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज में 200 अंकों का उछाल देखा गया। अमेरिका के केंद्रीय बैंक ने 2024 में अपना महंगाई का पूर्वानुमान भी घटाकर 2.6 फीसदी से 2.4 फीसदी कर दिया है। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने स्वीकार किया कि महंगाई कम करने के केंद्रीय बैंक के प्रयासों का असर दिखना शुरू हो गया है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अभी लंबा रास्ता तय करना है। आशंका जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती का दौर अगले वर्ष जून में शुरू हो सकता है और 0.25 प्रतिशत की कटौती तीन बार करके कुल 0.75 प्रतिशत की कटौती की जा सकती है।

यह भी पढ़ें – http://Censor Board New CEO: स्मिता वत्स शर्मा बनीं सेंसर बोर्ड की नई सीईओ, रवींद्र भटकर का हुआ ट्रांसफर