नई दिल्ली: पापुआ न्यू गिनी में बड़े पैमाने पर लूटपाट और आगजनी (Violence in Papua New Guinea) की घटना हुई है. इन दंगों में 15 लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद गुरुवार (11 जनवरी) को प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है. इसी के साथ पीएम मरापे ने कहा कि उन्होंने देश के सरकारी और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. सरकार अब दंगो के कारणों की समीक्षा कर रही है. ऑस्ट्रेलियाई राज्य प्रसारक एबीसी ने इसकी जानकारी दी है.

क्या है मामला?

पापुआ न्यू गिनी में लूटपाट और आगजनी (Violence in Papua New Guinea) की घटना में 16 लोगों की मौत हो गई है. देश के प्रधानमंत्री मरापे ने एक दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद लोगों से शांति की अपील की है. बता दें कि वेतन में कटौती को लेकर बुधवार को पुलिस और सार्वजनिक क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हुआ. विरोध कर रहे अधिकारियों ने वेतन में कटौती के लिए प्रशासनिक गड़बड़ी को जिम्मेदार ठहराया. इस विरोध प्रदर्शन के कारण देश में पूरे दिन अराजकता फैली रही और सड़कों पर भारी मात्रा में लोग लूटा हुआ माल ले जाते नजर आए.

पीएम ने क्या कहा?

देश के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अब राजधानी में तनाव कम हो गई है. उन्होंने कहा कि कल शहर में पुलिस काम पर नहीं थी और हमारे शहर के कुछ हिस्सों में लोगों ने अराजकता फैलाई. हालांकि पुलिस अभी काम पर लौट आई है, पर अभी भी तनाव बरकरार है. वहीं, देश के दूतावास ने कहा कि कई चीनी नागरिक मामूली रूप से घायल हो गए हैं और इस हिंसा के बीच चीनी स्वामित्व वाली दुकानों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है. बता दें कि फिलहाल पीएम ने देश में आपातकाल घोषित कर दी है.


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