नई दिल्ली। हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद ईरान ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। मंगलवार देर रात 10 बजे के करीब इजरायल पर 400 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई है। हमलों के बीच भारत के विदेश मंत्री ने इजरायल पर बड़ा बयान दिया है।
टेंशन में है भारत
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान-इजराइल हमले से पहले कहा कि भारत 7 अक्टूबर को हुए हमले को आतंकी हमला मानता है। हम समझते हैं कि इजरायल के लिए इस हमले का जवाब देना जरूरी था। हालांकि हम ये भी मानते हैं कि किसी भी देश द्वारा की जाने वाली प्रतिक्रिया के दौरान अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का ध्यान रखना जरूरी है। भारत संघर्ष के बढ़ने की संभावना से चिंतित है।
कौन है भारत के लिए जरूरी
अगर तुलना करें तो भारत के लिए ईरान से ज्यादा जरूरी इजरायल है। मौजूदा वक़्त में जब पूरी दुनिया युद्ध के साये में जी रही है तो ऐसे समय में इजरायल भारत को कई आधुनिक हथियार मुहैया कराता है। पिछले 5 सालों में भारत और इजरायल के बीच व्यापार दोगुना हो गया है जबकि ईरान से ट्रेड कम हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय मामलों की जानकारों की माने तो दोनों देशों के बीच अगर व्यापार बढ़ रहा है तो यह मजबूत संबंध को दर्शाता है। इजरायल ने कभी भी भारत के खिलाफ बयान नहीं दिया है। न कभी उसके किसी निर्णय पर सवाल उठाया है। वहीं ईरान ने पिछले दिनों ही भारत को मुसलमानों को लेकर घेरा था।
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