नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले लगभग 7 महीने से युद्ध जारी है। रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। तब से ही दोनों देशों के सेना जंग के मैदान में एक दूसरे के आमने-सामने हैं। इसी बीच रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों के एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि पश्चिमी देशों ने लक्ष्मण रेखा पार की है।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि पश्चिमी देश सारी हदें पार कर चुके हैं। वे रूस को कमजोर कर रहे हैं। इसके साथ ही पुतिन ने देश में आशंकि लामबंदी की घोषणा की।
राष्ट्रपति पुतिन ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि रूसी लोगों के रक्षा के लिए आंशिक लामबंदी का निर्णय लेना जरूरी थी। अब रूस के वो नागरिक जो वर्तमान में रिजर्व हैं, वे भर्ती के अधीन होंगे और सशस्त्र बलों में बढ़कर सेवा करेंगे।
रूसी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कठोर शब्दों में कहा कि यदि उनके देश की अखंडता को खतरा होता है तो रूस सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करेगा। अब ये कोई दिखावा नहीं है। बता दें कि उनकी इस चेतावनी को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। आशंका जाहिर की जा रही है कि जंग में लगातार मात खा रही रूसी सेना अब परमाणु बम का भी सहारा ले सकती हैं। अगर परमाणु हमला तो ये यूक्रेन के साथ ही वैश्विक शांति के लिए भी बड़ा खतरा साबित होगा।
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