Zohran Mamdani News: न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीतने वाले भारतीय मूल के जोहरान ममदानी अपनी तीखी टिप्पणियों और विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। 33 वर्षीय ममदानी मशहूर फिल्म निर्माता मीरा नायर और गुजराती मूल के युगांडा के विद्वान महमूद ममदानी के बेटे हैं। ममदानी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं। वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के खिलाफ टाइम्स स्क्वायर में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर चुके हैं। इससे भारतीय-अमेरिकी समुदाय में उनके खिलाफ गहरा गुस्सा है। इतना ही नहीं उनके बयानों ने न्यूयॉर्क की राजनीति को हिलाकर रख दिया है।
हिंदू और यहूदी समुदायों ने जताया विरोध
स्थानीय हिंदू और यहूदी समुदायों ने उनके खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। वह यहूदी समुदाय के खिलाफ भी जहर उगलने से नहीं कतराते हैं। जोहरान ममदानी ने पिछले साल मई में न्यूयॉर्क फोकस द्वारा आयोजित ‘न्यू मेयर, न्यू मीडिया’ फोरम में पीएम मोदी की तुलना इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से की थी आरोप है कि इसमें मुसलमानों का नरसंहार किया गया। इसके अलावा, साल 2020 में ममदानी ने राम मंदिर के भूमि पूजन के खिलाफ टाइम्स स्क्वायर में एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जहाँ भीड़ ने हिंदुओं के खिलाफ बेहद अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
ममदानी ने कही थी ये बात
राम मंदिर भूमिपूजन के दौरान ममदानी ने कहा कि वह भारत में भाजपा सरकार और बाबरी मस्जिद के विध्वंस के खिलाफ हैं। यह विरोध खालिस्तानी तत्वों द्वारा आयोजित किया गया था और ममदानी ने अपमानजनक नारों पर चुप्पी साधे रखी। इसे हिंदू विरोधी भावना के समर्थन के रूप में देखा गया। इसके अलावा, भारतीय-अमेरिकी नेताओं ने ममदानी की आलोचना की है।
न्यूयॉर्क में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है
सिख मानवाधिकार वकील जसप्रीत सिंह ने कहा कि ममदानी ने हिंदुओं को फासीवादी कहकर और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करके समुदाय को विभाजित करने का काम किया। न्यूयॉर्क में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। न्यूयॉर्क के विधायक जेनिफर राजकुमार ने भी ममदानी के बयानों को विभाजनकारी बताया, जो न्यूयॉर्क के स्थानीय मुद्दों जैसे अपराध और आवास संकट से ध्यान हटाते हैं।
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