नई दिल्लीः जैश-ए-मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अजहर पर कार्रवाई करने को लेकर भारत हरसंभव कोशिशें कर रहा है. इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को साफ-साफ कहा है कि आतंक और बातचीत साथ-साथ बिल्कुल नहीं चल सकती. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर पाक पीएम इमरान खान खुद को उदार और बड़ा नेता समझते हैं को पुलवामा आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर को भारत को सौंप दे.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आईएसआई और सेना पर नियंत्रण करें और आतंकवाद को जड़ से मिटाने की कोशिश करें. बुधवार को एक कार्यक्रम में सुषमा स्वराज ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है, तब तक उनके साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती है.
सुषमा स्वराज ने कहा कि बीते 14 फरवरी को पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद उन्होंने कई देशों को बता दिया था कि भारत पाकिस्तान के साथ हालात को और ज्यादा बिगड़ने नहीं देगा, लेकिन अगर पाकिस्तान के तरफ से भारत पर कार्रवाई की कोशिश हुई या किसी तरह का हमला हुआ तो भारत चुप नहीं बैठेगा.
उल्लेखनीय है कि भारत जैश-ए-मोहम्मद चीफ और पुलवामा हमले के दोषी मसूद अजहर पर कार्रवाई के लिए लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश में है, लेकिन उसकी कोशिश पर बुधवार को एक बार फिर चीन ने झटका दे दिया, जब उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन द्वारा मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने और उसपर बैन लगाने के लिए दिए प्रस्ताव को वीटो पावर से खारिज कर दिया.