Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • दोस्ती का वादा निभाने के लिए 3 साल टेंट में रहा यह बच्चा, करोड़ों रुपये जुटाए, बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड

दोस्ती का वादा निभाने के लिए 3 साल टेंट में रहा यह बच्चा, करोड़ों रुपये जुटाए, बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड

नई दिल्ली: कैंसर से हुई दोस्त की मौत के बाद दस साल के बच्चे ने अपना वादा पूरा करने के लिए तीन साल टेंट में गुजार दिए. इस दौरान भीषण गर्मी, बर्फीले तूफान, मूसलाधार बारिश होने के बावजूद वह टेंट में टिका रहा और मैक्स वूसी नाम के इस बच्चे ने 7.5 करोड़ रुपए अर्जित […]

max woosey
inkhbar News
  • Last Updated: March 30, 2023 13:46:24 IST

नई दिल्ली: कैंसर से हुई दोस्त की मौत के बाद दस साल के बच्चे ने अपना वादा पूरा करने के लिए तीन साल टेंट में गुजार दिए. इस दौरान भीषण गर्मी, बर्फीले तूफान, मूसलाधार बारिश होने के बावजूद वह टेंट में टिका रहा और मैक्स वूसी नाम के इस बच्चे ने 7.5 करोड़ रुपए अर्जित किए.

दरअसल, मैक्स वूसी के दोस्त रिक एबॉट को कैंसर होने की वजह से अचनक घर में ही मौत हो गई थी. मौत से पहले रिक ने एक टेंट देकर देते हुए मैक्स से एक वादा किया. रिक ने मैक्स से बताया कि नॉर्थ डेवोन धर्मशाला ने मुझे संभाला है. मैं नॉर्थ डेवोन धर्मशाला के लिए कुछ खास करना चाहता हूं. इसलिए दोस्त उन्हें कोई सहायता जरूर कर देना. रिक की ये बात सुनकर मैक्स के दिल करुणा से भर गया. इसके बाद मैक्स ने यह निर्णय लिया कि वो उसी टेंट के जरिए रिक से किए वादे को पूरा करेगा. रिक ने 10 साल की उम्र में घर के बाहर टेंट लगाकर उसमें रहने की शुरुआत की. टेंट के आगे से होकर गुजरने वाले लोगों से रिक सहायता करने को कहते थे।

रिक ने कई अलग-अलग तरह के दिग्गज खिलाड़ियों के घर के बाहर भी टेंट लगाकर रात गुजारी है. इतना ही नहीं, उसने पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के घर के बाहर भी टेंट लगाकर रात गुजारी और इस दौरान पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने उनसे मुलाकात भी की. कुछ ही दिनों के बाद मैक्स “बॉय इन द टेंट” नाम से प्रचलित हो गए. टेंट के माध्यम से सबसे अधिक पैसा अर्जित करने वाला उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. उन्होंने अलग-अलग जगहों पर टेंट लगाकर करीब 7.5 करोड़ रुपये जुटाए.

ये भी पढ़ें-

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद