नई दिल्ली. सेना के जनरल बिपिन रावत के पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंप के सक्रिय होने का दावा करने के एक महीने बाद कहा कि 500 से अधिक लोग जम्मू-कश्मीर के रास्ते भारत में घुसपैठ करने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं सरकारी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि कम से कम 45-50 आतंकवादी सहित आत्मघाती हमलावर, वर्तमान में बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) आतंकवादी सुविधा में प्रशिक्षण ले रहे हैं. खबरों के मुताबिक, भारतीय खुफिया एजेंसियां बालाकोट में आतंकवादी सुविधा की लगातार निगरानी कर रही हैं. इस साल फरवरी में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने इस पर हमला करने के बाद छह महीने के लिए इस सुविधा को बंद कर दिया था.
इससे पहले सितंबर में, जनरल बिपिन रावत ने मीडिया को बताया था कि बालाकोट आतंकी कैंप एक बार फिर पाकिस्तान द्वारा सक्रिय किया गया था. उन्होंने कहा, यह दिखाता है कि बालाकोट प्रभावित था, यह क्षतिग्रस्त हो गया था. भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट में कुछ कार्रवाई की थी और अब उसे वहां के लोगों ने वापस शुरू कर लिया है. सेना प्रमुख ने यह भी दावा किया था कि सीमा पार से किसी भी घुसपैठ से निपटने के लिए इस क्षेत्र में अधिक भारतीय सैनिकों को तैनात किया गया था और अगली बार बालाकोट में हमलों से परे जाने के लिए भारतीय पक्ष में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी.
इस साल फरवरी में, भारतीय वायु सेना, आईएएफ कर्मियों ने पाकिस्तान में उड़ान भरी और खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट क्षेत्र में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद, जेएएम सुविधा पर बमबारी की. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती बम विस्फोट में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान मारे गए थे जिसके बाद एक गैर-सैन्य, आतंकवादी शिविर की स्थापना पर हमला किया गया था. भारतीय सेना बालाकोट पर नजर बनाए हुए है. सेना के सूत्रों का कहना है कि दोबारा यहां से कोई भी प्रक्रिया होती देख सेना एक और हमला करने से पीछे नहीं हटेगी.
Also read, ये भी पढ़ें: Pakistan Using Kids For Propaganda Video: भारत के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए पाकिस्तान ने किया बच्चों का इस्तेमाल, बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा- इन्हें इस्लाम नहीं पता
Pakistani Drones on Border: सुरक्षाबलों को मिली मंजूरी, बॉर्डर पर दिखने वाले ड्रोन को मार गिराएं