Inkhabar
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • भारतीय बेटी ने बनाया गजब का मोबाइल ऐप, कैमरे पर नजर रखते ही बता देगी बीमारी

भारतीय बेटी ने बनाया गजब का मोबाइल ऐप, कैमरे पर नजर रखते ही बता देगी बीमारी

नई दिल्ली: भारत में टैलेंट लोगों की कोई कमी नहीं है. इस बात का अंदाजा इन दिनों वायरल हुए इस लिंक्डइन पोस्ट को देखकर पता लगाया जा सकता है. जिसमें भारत की एक बेटी द्वारा बनाए गए एक गजब के सुपर मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी दी गई है, जिसके बाद शायद आपको डॉक्टर […]

Leena Rafiq
inkhbar News
  • Last Updated: March 28, 2023 08:42:00 IST

नई दिल्ली: भारत में टैलेंट लोगों की कोई कमी नहीं है. इस बात का अंदाजा इन दिनों वायरल हुए इस लिंक्डइन पोस्ट को देखकर पता लगाया जा सकता है. जिसमें भारत की एक बेटी द्वारा बनाए गए एक गजब के सुपर मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी दी गई है, जिसके बाद शायद आपको डॉक्टर के पास जाने की कोई आवश्यकता ना पड़े. दरअसल, ग्यारह वर्षीय लीना रफीक ने “लहनास” नाम की एक वेबसाइट बनाई जिसमें बच्चों को जानवरों, रंगों और शब्दों के बारे में जानने में सहायता करती है. इसके अलावा लीना ने “ओग्लर आईस्कैन” नामक एआई आधारित ऐप भी तैयार की है जो लोगों के लिए बड़ी काम की चीज हैं।

आपको पता होगा कि 9 साल की हाना रफीक, जो सबसे कम उम्र की आईओएस ऐप डेवलपर बनने की वजह से खूब चर्चा में थी. इतना ही नहीं, हाना ने एप्पल के सीईओ टिम के जरिए खूब अपना नाम कमाया. कुछ समय पहले उनकी बड़ी बहन लीना ने लहनास नाम से एक वेबसाइट बनाई जिसमें बच्चों को जानवरों, रंगों और शब्दों के बारे में जानने में सहायता करती है. इसके अलावा लीना ने “ओग्लर आईस्कैन” नामक एआई आधारित ऐप तैयार किया है, जिसको आईफोन के इस्तेमाल से एक स्कैनिंग प्रक्रिया के जरिए आंखों से जुड़े सभी बीमारियां का पता लगाया जा सकता है।

https://www.linkedin.com/posts/newsnownation_ai-development-artificialintelligence-activity-7046089054584455171-4yTV?utm_source=li_share&utm_content=feedcontent&utm_medium=g_dt_web&utm_campaign=copy

ग्यारह वर्षीय लीना रफीक ने एप स्टोर में अपना ऐप भेजने के बाद लिंक्डइन प्लेटफार्म पर अपनी उपलब्धि शेयर की है, जिस पर लोग अलग-अलग प्रतिक्रिया देते हुए खूब तारीफ कर रहे हैं. एक यूज़र ने लिखा कि एआई मोबाइल ऐप बनाने की आपकी उपलब्धि के बारे में जानना बेहद खास बात है, जो संभावित नेत्र रोगों का निदान कर सकता है. एक अन्य यूज़र ने लिखा कि लीना आप बहुत बधाई की पात्र है, क्योंकि इतना गजब का काम दस साल की उम्र में ही करके दिखाए है।

कहा जा रहा है कि लेना ने मोतियाबिंद, टरेगिययम, मेलेनोमा और आकर्स के साथ संभावित नेत्र से जुड़ी रोगों का निदान करने के लिए प्रशिक्षण मॉडर्न का इस्तेमाल किया है. यह ऐप किस तरह से काम करती है इसके बारे में लीना ने जानकारी भी शेयर की है और उन्होंने लिंक्डइन प्लेटफार्म के माध्यम से बताया कि जब वह दस साल की थी तब से उन्होंने इस ऐप पर काम करना शुरू कर दिया था।

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद