लाउडस्पीकर विवाद:
पटना। देश भर के कई राज्यों में चल रहे अजान-हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर विवाद पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर भारत में 70 के दशक में आया। क्या इससे पहले लोगों में आस्था नहीं थी? क्या वह प्रार्थना नहीं करते थे?
मंहगाई, बेरोज़गारी पर चर्चा क्यों नहीं ?
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने आगे कहा कि इस वक्त हर जगह लाउडस्पीकर और बुलडोज़र पर हो रही है. लेकिन मंहगाई और बेरोज़गारी पर चर्चा क्यों नहीं होती है? उन्होंने कहा कि इस ऐसे मुद्दों को उछालकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
शाहनवाज हुसैन ने भी उठाया सवाल
बता दें कि इससे पहले बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि जब इस्लाम धर्म में अजान की प्रथा शुरू हुई उस वक्त लाउडस्पीकर नहीं था. भगवान राम और कृष्ण के वक्त में भी लाउडस्पीकर नहीं था. इसीलिए जो लोग इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं वो पूरी तरह गलत हैं और लाउडस्पीकर को कभी धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि लाउडस्पीकर का अविष्कार अंग्रेजों के किया था. गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पूरे विवाद पर कहा था कि वो किसी भी धर्म में दखलंदाजी नहीं करते हैं।
यह भी पढ़े:
गुरुग्राम के मानेसर में भीषण आग, मौके पर दमकल की 35 गाड़ियां