नई दिल्ली : पूरे भारत में विभिन्न रूटों पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को खूब पंसद किया जा रहा है. 2022-23 में बिलासपुर और नागुपर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में सबसे कम ऑक्यूपेंसी थी. वहीं मुंबई और गांधीनगर रूट पर सबसे अधिक यात्री इसकी सवारी कर रहे है. ये आंकड़ा जनवरी तक का है, जिसमें भारत में चलने वाली आठ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है.
आधिकारिक आंकड़ो के अनुसार मुंबई-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस रूट पर सबसे अधिक 125 प्रितशत ऑक्यूपेंसी रेट है जबकि बिलासपुर-नागपुर में 55 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दिखाई गई है. नई दिल्ली और अंदौरा, बिलासपुर और नागपुर, चेन्नई और मैसूर जंक्शन के बीच वंदे भारत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों ने चालू वित्त वर्ष के दौरान क्रमश 70 प्रतिशत, 55 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की औसत ऑक्यूपेंसी दर्ज की है. जबिक अन्य 5 मार्गों पर ऑक्यूपेंसी रेट 100 प्रतिशत औसत रहा है.
आपको बता दे कि मुंबई और गांधीनगर एवं गांधीनगर और मुंबई के बीच दोनों रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस में सबसे अधिक यात्री सफर करते हैं. इस रूट पर 126.00 प्रतिशत से अधिक ऑक्यूपेंसी रेट दर्ज की गई है.
देश में पहली बार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू हुई थी. इस रूट पर 125.76 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दर्ज की गई. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 100 प्रतिशत से अधिक ऑक्यूपेंसी वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट वाले भी यात्री शामिल थे.
आपको बता दे कि 2019 में देश में सबसे पहले नई दिल्ली और वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरूआत हुई थी. शुरूआत में वंदे भारत एक्सप्रेस का नाम ट्रेन 18 था. यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन थी. जनवरी 2023 तक देश में 8 जोड़ी ट्रेनें चल रही थी. जिसमें 21 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है. सभी सभी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का औसत ऑक्यूपेंसी रेट 100.72 प्रतिशत दर्ज की गई है.
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