लखनऊ: उत्तरप्रदेश की राजनीति में चाचा-भतीजे का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन दोनों के बीच नाराजगी की खबर समाने आते रहती है. इसी कड़ी में आज ईद के मौके पर एकबार फिर प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव का दर्द छलका है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि-
अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!
इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी!
हमने उसे चलना सिखाया..
और वो हमें रौंदते चला गया..
एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।
अपने सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया!
इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी!हमने उसे चलना सिखाया..
और वो हमें रौंदते चला गया..
एक बार पुनः पुनर्गठन,आत्मविश्वास व सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद।— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 3, 2022
हालांकि शिवपाल यादव ने इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है , लेकिन सियासी गलियारों में इसे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ जोड़कर देखा जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज होकर शिवपाल यादव से साल 2018 में अपनी अलग पार्टी का गठन किया था, जिसको नाम दिया गया- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया). लेकिन साल 2022 के विधानसभा चुनाव में दोनों ने एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया . इसी पर शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर जसवंतनगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि उन्होंने अपनी पार्टी प्रसपा को समाजवादी में शामिल नहीं किया था. चुनाव होने के बाद एक बार फिर दोनों, चाचा-भतीजे में नाराजगी की ख़बरें सामने आने लगी है.