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Yeti Makalu Indian Army Himalaya Photo: इंडियन आर्मी ने फोटो शेयर कर किया दावा, हिमालय में दिखे येती हिममानव के पैरों के निशान

Yeti Makalu Indian Army Himalaya Photo: भारतीय आर्मी ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करके दावा किया है कि हिमालय में येती यानि हिममानव के पैरों के निशान देखे गए हैं. उन्होंने जो फोटो शेयर की है और दावा किया है कि बर्फ में 32x15 इंच के पैरों के निशान नापे गए हैं. साथ ही कहा है कि ये निशान मकालू बेस कैंप के पास देखे गए हैं.

Yeti Makalu Indian Army Himalaya Photo
inkhbar News
  • Last Updated: April 30, 2019 13:18:50 IST

नई दिल्ली. भारतीय सेना ने सोमवार देर रात ट्वीट करके कहा कि पहली बार भारतीय आर्मी की एक्सपिडिशन टीम ने 09 अप्रैल 2019 को मकालू बेस कैंप के करीब 32×15 इंच के नाप के पौराणिक कथाओं के दानव ‘येति’ के रहस्यमयी पैरों के निशान देखे हैं. अतीत में केवल माकालु-बरुण नेशनल पार्क में ही इस मायावी हिममानव को देखा गया है. हालांकि भारतीय आर्मी के इस दावे पर वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने मंगलवार को कहा कि लोककथाओं के वानर जैसे प्राणी येति की मौजूदगी का कोई सबूत नहीं है.

नेपाल के वन विभाग के संयुक्त सचिव महेश्वर डाकल ने कहा कि मकालू-बरुण राष्ट्रीय उद्यान में भूरा भालू की आबादी बड़ी संख्या में है, लेकिन उनके पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यति इस क्षेत्र में मौजूद है. उन्होंने कहा कि, हम येति के होने की बात का दावा नहीं कर सकते हैं जब तक हमारे पास कोई फोटो या किसी और तरह का कोई सबूत ना हो. केवल पैरों के निशान सब कुछ साबित नहीं करते हैं. ये किसी भालू या बर्फ में रहने वाले तेंदुए के भी हो सकते हैं.

वर्ल्ड वाइड फंड-इंडिया के प्रजाति और परिदृश्य कार्यक्रम के निदेशक दीपांकर घोष ने कहा, यह अविश्वसनीय था कि ऐसी प्रजाति मौजूद है जो अभी तक खोजी नहीं गई है. घोष ने सेना की तस्वीरों में दूसरे पदचिह्न की कमी के बारे में बताया कि वायुमंडलीय दबाव और गर्मी के कारण, बर्फ पर चलते समय जानवरों के पंजे गायब हो जाते हैं. केवल पैरों के पीछे के निशान ही दिखाई देते हैं जो समय के साथ छंट जाते हैं.

दरअसल सेना ने जो फोटो शेयर की हैं उनमें केवल एक ही पैर के निशान दिख रहे हैं. इसी के बाद सोशल मीडिया पर सवाल खड़े हो रहे थे कि आर्मी की इन फोटो में एक ही निशान क्यों है? इसपर सफाई देते हुए घोष ने बताया कि कैसे हिमालय पर निशान मिट सकते हैं.

बता दें कि माना जाता है कि येति नेपाल के हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाला हिममानव है. काफी हद तक वैज्ञानिकों ने अतीत में भी इसे एक पौराणिक प्राणी के रूप में माना है. 2017 में हुई एक रिसर्च में संग्रहालय में रखे कुछ नमूनों की जांच की थी जिनके लिए दावा किया जा रहा था कि वो येति के अस्थि, दांत, त्वचा, बाल और मल के नमूने हैं. कुल नौ नमूनों की जांच की गई थीं और पाया गया कि उनमें से आठ नमूनें एशियाई काले भालू, हिमालयन भूरे भालू या तिब्बती भूरे भालू के और एक कुत्ते का था.

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