Inkhabar
  • होम
  • राज्य
  • बिहार की शिक्षा सब पर भारी, प्रोफेसर ने लौटाई अपनी दो साल की कमाई

बिहार की शिक्षा सब पर भारी, प्रोफेसर ने लौटाई अपनी दो साल की कमाई

नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक प्रोफेसर के एक फैसले ने सबको चौंका दिया है। प्रोफेसर ने क्लास में स्टूडेंट न आने की वजह से अपनी दो साल से ज्यादा की सैलरी कॉलेज प्रशासन को वापस लौटा दी है। जी हां! प्रोफेसर ने अपनी दो साल से अधिक की लगभग 24 लाख सैलरी कॉलेज […]

bihar teacher returns 33-month salary
inkhbar News
  • Last Updated: July 7, 2022 19:26:14 IST

नई दिल्ली: बिहार के मुजफ्फरपुर में एक प्रोफेसर के एक फैसले ने सबको चौंका दिया है। प्रोफेसर ने क्लास में स्टूडेंट न आने की वजह से अपनी दो साल से ज्यादा की सैलरी कॉलेज प्रशासन को वापस लौटा दी है। जी हां! प्रोफेसर ने अपनी दो साल से अधिक की लगभग 24 लाख सैलरी कॉलेज प्रशासन को वापस कर दी है। कहा जा रहा है कि प्रोफेसर ने योग्यता के बाद भी योग्य कॉलेज और विभाग न मिलने पर नाराज होकर यह चौंका देने वाला फैसला लिया है। चेक के माध्यम से प्रोफेसर ने करीब ₹24 लाख रुपए विश्वविद्यालय को वापस करने का आवेदन किया है।

बिहार की शिक्षा

शिक्षा के मामले में बिहार में यह पहला मामला नहीं है। शिक्षा विभाग को लेकर ऐसी कई खबरे पहले भी आई हुई है। बिहार में हमेशा शिक्षा को लेकर शिक्षकों की नाराजगी की खबरें आती रहती हैं। स्कूल-कॉलेज के शिक्षकों पर अक्सर पढ़ाने में रुचि नहीं लेने और मोटी फीस वसूलने के आरोप आये दिन लगते रहते हैं।

प्रोफेसर ने लौटाई सैलरी

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के नीतीश्वर कालेज में डॉ. ललन कुमार प्रोफेसर है। उनके दो साल की सैलरी लौटाने के फैसले से हर कोई हैरान है। उन्होंने बताया कि उनकी क्लास में स्टूडेंट्स की उपस्थिति शून्य थी। संबंधित अधिकारियों से इस बारे में विचार-विमर्श करने पर भी इस बात का कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो उन्होंने ये कदम उठाने का फैसला लिया।

प्रोफेसर ने क्या कहा ?

मंगलवार को प्रोफेसर ने इस राशि का चेक बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. आर के ठाकुर को सौंपा था। प्रोफेसर के इस कदम से शिक्षा विभाग में खलबली मच गई थी। प्रोफेसर ने बताया कि ‘मैं नीतीश्वर कॉलेज में अपने अध्यापन कार्य के प्रति सुखद महसूस नहीं कर रहा हूं। तो अब मुझे यह फैसला लेना पड़ा, क्योंकि दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद बीपीएससी परीक्षा को पास कर मुझे ये शिक्षक की नौकरी प्राप्त हुई।’ उन्होंने कहा कि ‘मुझे यहां पढ़ाई का माहौल नजर नहीं आया। विश्वविद्यालय से भी आग्रह किया था कि मुझे किसी और कॉलेज में स्थानांतरित किया जाए जहां पर एकेडमिक कार्य करने का अवसर मिल सकें।’ सार्थ ही उन्होंने कहा कि ‘विश्वविद्यालय ने इस दौरान 6 बार ट्रांसफर ऑर्डर निकाले गए लेकिन मुझे हर बार नजरअंदाज किया गया।’

 

अपनी अदाओं से शहनाज ने पंजाब ही नहीं पूरा सोशल मीडिया हिला डाला

आलिया की प्रेग्नेंसी सुन रो पड़े थे करण, वीडियो हुआ वायरल