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उत्तराखंड : खतरे के निशान के पास पहुंची मंदाकिनी और अलकनंदा

देहरादून : उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि भारी बारिश के चलते 26 लोगों की मौत हो गई है. बारिश के चलते कई राजमार्गों को बंद कर दिया गया है. राज्यों की कई नदियां खतरे के […]

उत्तराखंड
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  • Last Updated: July 22, 2023 12:15:18 IST

देहरादून : उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि भारी बारिश के चलते 26 लोगों की मौत हो गई है. बारिश के चलते कई राजमार्गों को बंद कर दिया गया है. राज्यों की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं अलकनंदा और मंदाकिनी खतरे के निशान के पास पहुंच गई है. अलकनंदा नदी 626 मीटर बह रही है इसका खतरे का निशान 627 मीटर है. वहीं मंदाकिनी 625 मीटर पर बह रही और खतरे का निशान 626 मीटर है. इन दोनों नदियों में पानी बढ़ता देख सरकार अलर्ट हो गई है. वहीं आज कई जिलों में बारिश के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है.

कई जिलों में बारिश का अलर्ट

उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है . आज मौसम विभाग ने राजधानी देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी समेत कई जिलों में भारी बारिश को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. इसी की वजह से कुछ दिन पहले हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज का एक गेट क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे नदी का पानी अनियंत्रित होकर बह रहा है. नदी का जलस्तर 293 मीटर के चेतावनी स्तर से ऊपर जा चुका है.

भूस्खलन से आवागमन बाधित

उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में नीति घाटी में गिर्थी गंगा नदी में पानी के बढ़ते दबाव के कारण जोशीमठ-मलारी मोटर मार्ग बने पुल क्षतिग्रस्त हो गया. पिथौरागढ़ में काली नदी खतरे के निशान 889 मीटर से ऊपर बह रहा है. बारिश के कारण भूस्खलन होने से प्रदेश के कई मार्ग बाधित हो गए है.

अलर्ट पर है प्रशासन

भारी बारिश को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस चेतावनी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने संबंधित नोडल अधिकारी को चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही लोक निर्माण विभाग को भी सड़क बाधित होने पर तत्काल खुलवाने का निर्देश दिया गया है.

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