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Umesh Pal Murder: माफिया अतीक के बेटे असद की तलाश में STF टीम नेपाल पहुंची

प्रयागराज: 24 फरवरी को यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस गहनता से जांच में जुटी है. STF की टीमें हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में प्रदेश भर ही नहीं बल्कि देश भर में छापेमारी कर रही है. अब ये छापेमारी नेपाल का रूख कर चुकी है. दरअसल पुलिस को […]

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  • Last Updated: March 12, 2023 17:59:54 IST

प्रयागराज: 24 फरवरी को यूपी के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस गहनता से जांच में जुटी है. STF की टीमें हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में प्रदेश भर ही नहीं बल्कि देश भर में छापेमारी कर रही है. अब ये छापेमारी नेपाल का रूख कर चुकी है. दरअसल पुलिस को आशंका है कि मामले का आरोपी और माफिया अतीक अहमद का बेटा असद नेपाल में छिपा हो सकता है. इसी कड़ी में रविवार(12 मार्च) को यूपी एसटीएफ की एक टीम पड़ोसी देश नेपाल पहुंची है.

पड़ोसी देश में छिपा है असद?

बता दें, अतीक अहमद के शूटर्स की तलाश में पुलिस लगातार ख़ाक छान रही है बावजूद इसके उन शूटर्स तक पहुँच नहीं बन पाई है. अब इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश STF की टीम पड़ोसी देश नेपाल पहुंची है. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार अतीक अहमद का बेटा असद बहराइच के रास्ते नेपाल फरार हो गया था. असद की तलाश में पुलिस की कई टीमें कई जगह दबिश कर रही है. बता दें, उमेश पाल हत्याकांड में अब तक दो आरोपी(असद की कार का ड्राइवर अरबाज और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान) एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. इसके अलावा असद के साथ शूटर अरमान, मोहम्मद गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर पर ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित है.

दो गुर्गे गिरफ्तार

बता दें, सिपाही शिवहरि पर अशरफ के गुर्गों को उससे आवेश रूप से मिलवाने का आरोप है. इसी कड़ी में दयाराम पर आरोप है कि वह जेल में अशरफ को कैंटीन का सामान और रुपए आदि सप्लाई किया करता था. अब तक इस मामले में अशरफ, उसके साले सद्दाम, सपा नेता लल्ला गद्दी, दयाराम और शिवहरि के साथ-साथ कुछ अज्ञात अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ तमाम धाराओं में रिपोर्ट दर्ज़ की जा चुकी है.

इस तरह करते थे मुलाकात

अतीक अहमद के भाई अशरफ को जेल/केंद्रीय कारागार-2 की कैंटीन में बंदी रक्षक की मदद मिलती थी. वह इसी मदद से अशरफ तक सम्मान सप्लाई करता था. इतना ही नहीं जेल में उसकी करीबियों से मुलाकात भी करवाई जाती थी. यह मुलाकात नकली ID या बिना ID के हुआ करती थी. बड़ी ही चालाकी से गुर्गों को अशरफ तक पहुंचाया जाता था. अब जेल की कैंटीन में सामान सप्लाई करने वाले अशरफ के गुर्गों और बंदी रक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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