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Prayagraj Shootout: उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अपराधियों पर 2,50,000 रुपये का इनाम

प्रयागराज: प्रयागराज में हुए उमेश पाल शूटआउट को लेकर अब बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां प्रदेश पुलिस ने इस हत्यकांड में शामिल सभी अपराधियों पर ढाई लाख रुपए का ईनाम घोषित किया है. बता दें, अब तक इन अपराधियों पर प्रदेश पुलिस ने 50 हजार तक का इनाम रखा था. अब इसे पांच […]

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  • Last Updated: March 5, 2023 17:02:58 IST

प्रयागराज: प्रयागराज में हुए उमेश पाल शूटआउट को लेकर अब बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां प्रदेश पुलिस ने इस हत्यकांड में शामिल सभी अपराधियों पर ढाई लाख रुपए का ईनाम घोषित किया है. बता दें, अब तक इन अपराधियों पर प्रदेश पुलिस ने 50 हजार तक का इनाम रखा था. अब इसे पांच गुना बढ़ाते हुए ढाई लाख कर दिया गया है. यह इनाम उमेश पाल हत्याकांड के पांच आरोपियों की गिरफ्तारी पर रखा गया है. इसमें हत्याकांड का मास्टरमाइंड माफिया अतीक अहमद और उसका बेटा असद अहमद भी शामिल है.

पांच गुना बढ़ाई राशि

इसके अलावा शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की गिरफ्तारी पर भी 2.50-2.50 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। प्रयागराज पुलिस कमिश्नर ने इनाम की धनराशि बढ़ाने का प्रस्ताव डीजीपी मुख्यालय भेजा था. इस प्रस्ताव को मंजूर कर लिया आज्ञा है और इनाम राशि में पांच गुना की बढ़ोतरी कर दी गई है.

 

जमीन से जुड़ा है पूरा विवाद

पुलिस की पड़ताल में उमेश पाल के क़त्ल की वजह निकलकर सामने आई है. पुलिस की मानें तो इस शूटआउट के पीछे अतीक के साथ उमेश पाल की एक जमीन के झगड़े की कहानी जुड़ी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो क़त्ल से ठीक एक साल पहले यानी 24 फरवरी 2022 को उमेश और अतीक की दुश्मनी में एक और नया एपिसोड शुरू हुआ था. दरअसल उमेश पाल की पीपलगांव में एक पुश्तैनी जमीन थी 22 फरवरी 2022 को उमेश पाल को कुछ लोगों ने फ़ोन कर सूचना दी कि कुछ लोग उसकी जमीन पर कब्ज़ा कर रहे हैं. जब उमेश पाल मौके पर पहुंचा तो उसने खालिद जफर, मोहम्मद मुस्लिम, अबूसाद, दिलीप कुशवाहा समेत छह-सात लोगों को मजदूरों के साथ अपनी जमीन पर देखा.

एक करोड़ की मांग और हत्या

यह लोग जमीन की घेराबंदी की कोशिश कर रहे थे. पुलिस के अनुसार खालिद जफ़र ने उमेश की कनपटी पर हथियार रखकर उसे जमीन छोड़ने के लिए कहा. उसने उमेश पाल के सामने एक करोड़ की रंगदारी की भी मांग रखी जो जमीन छोड़ने के बदले में अतीक अहमद की ओर से की गई थी.

लेकिन कई महीने तक चक्कर काटने के बाद उमेश पाल ने अतीक अहमद और उसके कई गुर्गों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ करवाई. इसके बाद उमेश पाल और अतीक के बीच नई दुश्मनी का सिलसिला शुरू हुआ. अतीक ने उमेश पाल को अपना दुश्मन मान लिया और उसकी हत्या की साजिश की जाने लगी. खैर राजू पाल के क़त्ल के बाद दोनों के बीच पहले से ही दुश्मनी थी लेकिन इस विवाद ने ये नाता और गाढ़ा कर दिया. अब इस कत्ल से इस दूसरी कड़ी को भी जोड़कर देखा जा रहा है.

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