Inkhabar
  • होम
  • दुनिया
  • सऊदी अरब के दौरे पर पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज़ शरीफ, लोगों ने लगाए ‘चोर-चोर’ के नारे

सऊदी अरब के दौरे पर पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज़ शरीफ, लोगों ने लगाए ‘चोर-चोर’ के नारे

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ सऊदी अरब के दौरे पर हैं. पीएम के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की सऊदी अरब की यात्रा उस समय फीकी पड़ गई जब मस्जिद-ए-नबावी में प्रवेश करते ही उनके लिए चोर-चोर के नारे लगाए गए. बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ सऊदी अरब […]

shehbaz sahrif.png
inkhbar News
  • Last Updated: April 29, 2022 12:11:32 IST

नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ सऊदी अरब के दौरे पर हैं. पीएम के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल की सऊदी अरब की यात्रा उस समय फीकी पड़ गई जब मस्जिद-ए-नबावी में प्रवेश करते ही उनके लिए चोर-चोर के नारे लगाए गए. बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ सऊदी अरब के अपने पहले तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं. दर्जनों अधिकारी और राजनेता पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की सऊदी यात्रा पर उनके साथ गए हैं.

‘चोर चोर’ के लगे नारे

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें सैकड़ों तीर्थयात्री ‘चोर चोर’ के नारे लगाते दिख रहे हैं. जब प्रतिनिधिमंडल को मस्जिद-ए-नबावी जाते देखा गया. घटना के बाद यह बताया गया कि पुलिस ने पवित्रता का उल्लंघन करने के नारे लगाने वाले लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. एक वीडियो में सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब और नेशनल असेंबली के सदस्य शाहज़ैन बुगती को अन्य लोगों के साथ देखा गया.

3.2 अरब डॉलर की मांग

यात्रा के दौरान शरीफ सऊदी अरब से 3.2 अरब डॉलर के अतिरिक्त पैकेज की मांग करेंगे. वह पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी को रोकने के लिए यह अनुरोध करेंगे. सऊदी अरब ने इमरान खान के कार्यकाल के दौरान पहले से ही कर्ज में डूबे देश को 3 बिलियन अमरीकी डालर की जमा राशि और 1.2 बिलियन अमरीकी डालर के आस्थगित भुगतान पर तेल की सुविधा दी. यह अनुमान लगाया गया है कि भुगतान संतुलन संकट और विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी को रोकने के लिए पाकिस्तान को 12 बिलियन अमरीकी डालर की आवश्यकता है.आपको बता दें कि 11 अप्रैल को शरीफ ने पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान खान को बहुमत नहीं मिल सका और उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा.

 

यह भी पढ़े:

गुरुग्राम के मानेसर में भीषण आग, मौके पर दमकल की 35 गाड़ियां